सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर है। महायुति के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान चल रही है। सीट बंटवारे को लेकर सत्तापक्ष के बीच दावे-प्रतिदावे किए जा रहे हैं। लेकिन मुंबई की एक सीट पर दो बीजेपी नेताओं के बीच तकरार शुरू हो गई है। वर्तमान और पूर्व विधायकों ने विधानसभा की तैयारी शुरू कर दी है और भाजपा के दोनों गुजराती नेताओं के बीच में टकराव बढ़ गया है।
बीजेपी ने २०१९ में घाटकोपर से पराग शाह को टिकट दिया। पेशे से बिल्डर शाह निर्वाचित हुए और विधायक बने। बीजेपी ने विधायक प्रकाश मेहता का टिकट काटकर शाह को मौका दिया था। अब जब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो दोनों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं और इससे बीजेपी की चिंता बढ़ गई है। जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे, तब प्रकाश मेहता उनके मंत्रिमंडल में आवास विभाग मंत्री थे। वह कई सालों से बीजेपी में हैं, फिर भी २०१९ में उन्हें हटाकर शाह को मौका दिया गया। कुछ दिन पहले प्रकाश मेहता मित्र मंडल द्वारा एक भव्य बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में घाटकोपर की कई प्रमुख मंडलियां मौजूद थीं। इससे पार्टी नेतृत्व को संदेश गया कि अगर इस साल भी मेहता को हटाया गया तो कार्यकर्ता चुप नहीं बैठेंगे। शाह को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। ‘पराग शाह डेवलपर हैं। वे हमारे लिए उपलब्ध नहीं हैं। उनसे आसानी से संपर्क नहीं किया जा सकता। वे निर्वाचन क्षेत्र में भी सक्रिय नहीं हैं,’ ऐसी स्थानीय लोगों ने शिकायत की।