अमिताभ श्रीवास्तव
न केवल खिलाड़ी के रूप में, बल्कि अपनी इज्जत और प्रतिष्ठा को बनाए रखने में भी चतुर हैं महेंद्र सिंह धोनी। यदि यह कहा जाए कि उन्हें चेन्नई टीम की जीत या हार से मतलब नहीं है, बल्कि अपनी मार्वेâटिंग कायम रहे इसको बड़ी शिद्दत से पूरी करते हैं तो गलत नहीं कहा जाएगा। दरअसल, धोनी अपने ब्रांड को बचाए रखने के लिए खेलते हैं। वैसे भी यह उनका आखिरी आईपीएल है और इसमें वो हर संभव कोशिश करते हैं कि साख बची रहे। ऐसा अब कहा जाने लगा है, क्योंकि गुजरात वाले मैच में धोनी ने यह दिखाया है। कहने वाले कह रहे हैं कि ज़ब टीम को जरूरत होती है बल्लेबाज की तो वो ऊपरी क्रम में नहीं उतरते। बाद में आते हैं और इसलिए कि यदि टीम जीत रही हो तो भी उनकी शानो-शौकत बची रहे और हार रही हो तब भी एकाध छक्का लगाकर वो अपनी प्रतिष्ठा कायम रख सकें। ऐसे मनोभाव वाले खिलाड़ी को सिर आंखों पर बैठाए रखा गया है तो यह धोनी की चतुराई की वजह से। क्रिकेट हलकों में चर्चा भी इसी बात की होने लगी है। कप्तानी से हटना, मगर मैदान पर कप्तान जैसा ही रहना। बल्लेबाजी क्रम में कभी टीम को सहायता न करना, मगर रंग जमा देना। विकेट के पीछे भी हालत संतोषजनक न होने के बाद भी अपनी पैठ बनाए रखना सब कुछ उनकी चतुराई है।
कोई लौटा दे मेरे बीते हुए पैसे
यह मांग भी है और आरोप भी है। जी हां, एक पूर्व गेंदबाज की मांग है कि कोई लौटा दे मेरे बीते हुए पैसे। कुछ ऐसा ही मामला है। दरअसल, आईपीएल में एक टीम हुआ करती थी जो अब नहीं है, इस टीम के एक मुख्य खिलाड़ी थे, जिन्होंने मांग की है। मामला दिलचस्प है। एक समय में कोच्चि टस्कर्स केरल की टीम के अहम सदस्य रहे पूर्व क्रिकेटर एस श्रीसंत ने प्रâेंचाइजी पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि कोच्चि टस्कर्स ने अब तक कई खिलाड़ियों की फीस का भुगतान नहीं किया है। श्रीसंत ने बताया कि श्रीलंकाई पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन और स्टार बल्लेबाज महेला जयवर्धने समेत कई अन्य क्रिकेटर अपनी बकाया धनराशि को प्राप्त करने में लगे हुए हैं। पूर्व क्रिकेटर ने यह भी बताया है कि प्रâेंचाइजी की तरफ से पैसे लौटाने के लिए कई बार वादे किए गए हैं, मगर अबतक उन्होंने पैसे नहीं लौटाए हैं। इस मामले में उन्हें दूर-दूर तक मदद की गुंजाइश भी नजर नहीं आ रही है।
फॉर्म में नहीं हैं सेनापति
यूं तो आसन्न टी-२० विश्वकप में टीम इंडिया को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, मगर क्या आप जानते हैं उसके दोनों सेनापति फॉर्म में नहीं हैं। किसी भी सेना के लिए जरूरी होता है सेनापतियों का चौकन्ना रहना, मगर टीम इंडिया में ऐसा कुछ दिखता नहीं। रोहित शर्मा मेन इन ब्लू का नेतृत्व करेंगे और हार्दिक पंड्या को उपकप्तान की जिम्मेदारी मिली है। हालांकि, ये दोनों फॉर्म से बाहर हैं और उनके प्रदर्शन ने इंडियन प्रीमियर लीग २०२४ में मुंबई इंडियंस को प्रभावित किया है। ऐसे में पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने पोस्ट शेयर कर चिंता जताई है। इरफान ने माना है कि अगर ये दोनों अपने फॉर्म में वापस नहीं आ पाए तो टी-२० वर्ल्डकप में टीम को मुश्किल हालात से सामना करना पड़ सकता है। इस सीजन रोहित ने केवल एक शतक लगाने में सफलता हासिल की है, लेकिन इसके बाद से उनकी बल्लेबाजी औसत रही है। वहीं हार्दिक भी आईपीएल २०२४ में कोई खास कमाल नहीं कर पाए हैं। एक ओर जहां रोहित ने आईपीएल २०२४ में २९.०८ की औसत के साथ ३४९ रन बनाए हैं, वहीं हार्दिक ने १३ मैच में २०० रन बल्ले से बनाए हैं। इसके अलावा गेंदबाजी से हार्दिक केवल ११ विकेट ही इस सीजन चटका पाए हैं।