अमिताभ श्रीवास्तव
खेल में नहीं दिखने में कमाल
फीफा का महिला फ़ुटबाल विश्वकप एक से एक सुंदर खिलाड़ियों से भरा पूरा है। अब जिसने मैदान पर भले ही कमाल न दिखाया हो मगर अपनी सुंदरता से कमाल बिखेरा है। इस वजह से सुर्खियां भी बटोरी और अपने पैंâस को स्टेडियम तक खींचा भी। कनाडा की एक २२ साल की खूबसूरत खिलाड़ी है, जिसकी चर्चा आज भी बनी हुई है, क्योंकि इसने अपनी खूबसूरती से लोगों के दिलों-दिमाग पर छाप छोड़ी है। नाम है जॉर्डन हुईतेमा। १५ साल की थी तब वो अपनी कनाडा की राष्ट्रीय टीम में शामिल कर ली गई थी। फारवर्ड पोजिशन पर खेलने वाली इस खिलाड़ी ने हालांकि फीफा में कोई कमाल नहीं दिखाया मगर अपने हुस्न की छाप छोड़ी, जिस वजह से उसका नाम आज भी लिया जा रहा है। पैâशन और स्टाइलिंग के मामले में अव्वल जॉर्डन की सोशल मीडिया पर जबरदस्त पैâन फॉलोइंग है।१.६ मिलियन फॉलोअर्स वाली इस खिलाड़ी में लोग स्टनिंग अपील देखते हैं।
टैमी का फायर
जिसे कभी उसके पिता सैंडविच का लालच देते थे तब जाकर वो खेलती थी क्रिकेट। सैंडविच के कारण क्रिकेट खेलनेवाली यह सुंदरी आज चर्चा में है। इस अंग्रेज फायर की चर्चा हर तरफ हो रही है। जी हां, इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम की स्टार ओपनर टैमी बीयूमोंट ने द विमेंस हंड्रेड में शतक जमाकर इतिहास रच दिया। वेल्श फायर की कप्तान टैमी बीयूमोंट ने ट्रेंड रोकेट्स के खिलाफ कार्डिफ में खेले गए मुकाबले में केवल ६१ गेंदों में २० चौके और दो छक्के की मदद से ११८ रन बनाए। टैमी बीयूमोंट द विमेंड हंड्रेड में शतक जमानेवाली पहली महिला बैटर बन गई हैं। बीयूमोंट की पारी की मदद से वेल्श फायर ने १०० गेंदों में तीन विकेट खोकर १८१ रन बनाए। जवाब में ट्रेंट रोकेट्स की टीम १०० गेंदों में ५ विकेट खोकर १४० रन बना सकी। इस तरह वेल्श फायर ने ४१ रन से मुकाबला अपने नाम किया।
सीमा पर बैन
सीमा पर बैन लगा दिया गया है। हिंदुस्थानी पहलवानी में यह बैन आंखों में किरकिरी की तरह है। क्योंकि टोक्यो ओलंपियन और २०२१ एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान सीमा बिस्ला पर व्हेयरअबाउट (अपने रहने के स्थान की जानकारी) साझा नहीं करने के कारण राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासनात्मक पैनल (एडीडीपी) द्वारा एक साल का प्रतिबंध लगाया गया है। एडीडीपी ने २१ जुलाई को ३० वर्षीय सीमा पर प्रतिबंध लगाने का पैâसला जारी किया। नाडा की वेबसाइट पर डाली गई एडीडीपी द्वारा स्वीकृत खिलाड़ियों की नवीनतम सूची के अनुसार, सीमा के प्रतिबंध की अवधि १२ मई को शुरू हुई है। सीमा ने कजाकिस्तान के अल्माटी में २०२१ एशियाई चैंपियनशिप में महिलाओं के फ्रीस्टाइल ५० किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था। वे २०२१ में टोक्यो ओलंपिक में ५० किग्रा के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गईं थीं। व्हेयरअबाउट विफलता दो प्रकार की होती है, जिसमें रहने के स्थान की जानकारी नहीं देना और डोपिंग जांच के लिए नमूना नहीं देना शामिल है।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)