मुख्यपृष्ठखेलक्लीन बोल्ड : ये भड़ास है या सच?

क्लीन बोल्ड : ये भड़ास है या सच?

अमिताभ श्रीवास्तव

युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह को गुस्सैल और घमंडी माना जाता है, धोनी के खिलाफ तो सीधे-सीधे उन्होंने अपनी भड़ास निकाली है और आज भी स्पष्ट शब्दों में धोनी को लताड़ते हैं। मगर कपिल देव से क्या नाराजगी? उन्‍होंने कहा कि मैं जिंदगी में लोगों को दिखाना चाहता हूं कि मैंने क्‍या किया, जिसको तुमने नीचे गिराया। आज पूरी दुनिया मेरे पैरों के नीचे है और सलाम करती है। वो लोग जिन्होंने बहुत बुरा किया था, किसी को वैंâसर है तो किसी का घर टूटा तो कोई मर गया और किसी के बेटा ही नहीं है। आप समझ गए होंगे कि मैं किसकी बात कर रहा हूं? वो आपके ग्रेटेस्ट वैâप्टन ऑफ ऑल टाइम मिस्टर कपिल देव हैं। मैंने उससे कहा था कि वो हाल करके छोडूंगा दुनिया तुझ पर थूकेगी। आज युवराज के पास १३ ट्रॉफी है और तेरे पास सिर्फ एक वर्ल्डकप है। कपिल पर अपनी भड़ास से फूट पड़े योगराज सिंह आखिर क्या चाहते हैं? क्यों वो इतनी नफरत पाले बैठे हैं? दरअसल, योगराज को लगता है कि उनके करियर और युवी के करियर में कई लोग आड़े आए हैं इसलिए वो हमेशा भड़कते रहते हैं।
बाय-बाय ब्रोवो
क्रिकेट के इस बेहतरीन ऑल राउंडर ने बाय-बाय कह दिया है क्रिकेट के हर तरह के फार्मेट से। वेस्टइंडीज के स्टार ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। ४० वर्षीय इस क्रिकेटर ने अपने इंस्टाग्राम पर `वर्तमान में चल रहे वैâरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) २०२४ सीजन में अपने आखिरी प्रोफेशनल टूर्नामेंट’ का एलान किया है। टी-२० क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेनेवाले गेंदबाज ड्वेन ब्रावो मौजूदा सीजन के बाद सीपीएल से संन्यास ले लेंगे। अक्टूबर में ४१ साल के होने जा रहे ब्रावो ने सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स के साथ बेसेटर्रे में होनेवाले अपने पहले मैच से कुछ घंटे पहले यह घोषणा की। दो साल पहले उन्होंने आईपीएल से संन्यास की घोषणा की थी। टी-२० क्रिकेट के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं। टी-२० क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेनेवाले गेंदबाज का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। ५७८ टी-२० मैच खेल चुके ब्रावो ने कुल ६३० विकेट लेकर टी२० में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। इसके अलावा ४४१ पारियों में ६९७० रन बनाकर उन्होंने टी-२० में खुद को एक बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया।

हरमन से बेमन क्यों?
आश्चर्य है कि टीम इंडिया की कप्तान को किसी ने नहीं पूछा। इतना बेमन वैâसे हो गया कि कोई खरीदार आगे नहीं आया। किसी ने हरमन जैसी ऑल राउंडर को टीम के लिए नहीं चुना। जी हां, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, शिखा पांडे, यास्तिका भाटिया और दयालन हेमलता को दूसरे डब्ल्यूबीबीएल ओवरसीज ड्राफ्ट में टीमों में जगह मिली है, जबकि कप्तान हरमनप्रीत कौर को ड्राफ्ट में नहीं चुना गया। हरमनप्रीत की पुरानी टीम मेलबर्न रेनेगेड्स के पास उन्हें पिक करने का मौका था लेकिन उन्होंने हरमनप्रीत को नहीं चुना। डब्ल्यूबीबीएल ड्राफ्ट में कुल पांच भारतीय खिलाड़ियों को चुना गया है। रॉड्रिग्स को ब्रिस्बेन हीट ने अपने दल में शामिल किया जबकि दीप्ति को मेलबर्न स्टार्स ने अपने साथ जोड़ा। रॉड्रिग्स और दीप्ति दोनों को उनकी टीमों ने प्लेटिनम राउंड में पिक किया। ऐसा क्यों हुआ? इसके पीछे कई कारण हैं, माना जा रहा है कि हरमनप्रीत में खेल भावना की कमी है। जो हो पर यह एक बड़ी हैरान करने वाली बात है।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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