अपनी मंगेतर को छोड़कर किसी और की बांहों में चले जाना नैतिकता की धज्जियां उड़ा देना है। इश्क में बेईमानी है। मगर अंग्रेजों को ऐसी किसी नैतिकता या लिहाज से कोई मतलब नहीं होता अब देखिए न, इंगलैंड के तेज गेंदबाज ओली राबिन्सन ने अपनी मंगेतर लॉरेन रोज पुलेन से शादी करने से ३ महीने पहले ही अलग हो गए हैं। उनकी अक्टूबर में शादी तय थी। दावा किया जा रहा है कि तेज गेंदबाज इस समय महिला गोल्फर मिया बेकर मिया की बांहों में झूलता हुआ दिख रहा है। २९ वर्षीय रॉबिन्सन ८ साल से लॉरेन को डेट कर रहा था। दोनों की एक २ साल की बच्ची सिएना भी है। लेकिन दावा किया जा रहा है कि वह लॉरेन से अलग होकर इंस्टाग्राम स्टार मिया बेकर के साथ नजदीकियां बढ़ाने के लिए आतुर हैं। रॉबिन्सन और लॉरेन की शादी के कार्ड भी बंट चुके थे। दोनों ने अपने इंस्टाग्राम से एक साथ खींची तस्वीरें भी हटा दी हैं। बहरहाल, रॉबिन्सन इंस्टाग्राम पर मिया की फोटोज लाइक करते रहते थे। धीरे-धीरे वह खुलेआम कमेंट करने लगे। २८ वर्षीय सोशल मीडिया स्टार मिया बेकर के इंस्टाग्राम पर १७७,००० फॉलोअर्स हैं। वह अपनी कई पोस्ट में गोल्फ खेलते दिखती हैं।
एक दिन, दो कमाल और चौथे का बोलबाला
एक दिन में देश ने दो कमाल देखे और चौथे नंबर का बोलबाला रहा। जी हां, एक तरफ टी-२० का चौथा मैच था, जिसे टीम इंडिया को किसी भी हालत में जीतना था। अन्यथा सीरीज हार जाते। दूसरी तरफ था एशियन चैंपियनशिप का फाइनल, जिसमें मलेशिया से भिड़कर टीम हॉकी को इस कप को चौथी बार जीतना था। क्रिकेट में बड़ी जीत दर्ज की। कई रिकॉर्ड बने। यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने ओपनिंग रिकॉर्ड बनाया तो इधर अति रोमांचक मैच में टीम इंडियन हॉकी ने मलेशिया को चार-तीन गोल से मात दी। यह जीत इसलिए मायने रखती है क्योंकि हिंदुस्थानी टीम हाफ टाइम तक १-३ गोल से पीछे थी। अंतिम दो क्वार्टर में तो हरमनप्रीत की टीम ने वो तेजी दिखाई जिसे मलेशियाई टीम बस देखते रह गई। धड़ाधड़ तीन गोल मारकर चौथी बार एशियन चैंपियनशिप का ताज अपने सिर पहना। इस तरह इस एक दिन में चार नंबर बहुत अहम रहे।
ट्रैक एंड फील्ड की प्रिया
हिंदुस्थान अब ट्रैक एंड फील्ड में भी स्टार खिलाड़ी दुनिया को दे रहा है। हालांकि, इस फील्ड में देश का नाम रोशन करनेवाले कई एथलीट हैं मगर इस कॉम्पीटिशन के जमाने में हम दुनिया से थोड़ा पीछे रह जाते हैं। ऐसे में जब कोई एथलीट अपना नाम करता है तो उससे उम्मीदें जुड़ जाती है। ऐसी ही उम्मीद है प्रिया मोहन से। ट्रैक एंड फील्ड की बेताज धाविका अभी केवल १९ साल की है, जिसने दूती चंद को भी हरा दिया था। देश की प्रिया मोहन ट्रैक एंड फील्ड में अपने कारनामे से दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रही हैं। १९ साल की इस धाविका ने पिछले चार वर्षों में तेजी से अपने करियर को आगे बढ़ाया है, हिंदुस्थान के कुछ सबसे बेहतरीन एथलीटों को पछाड़ा है और जूनियर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीता है। तीन साल पहले इस युवा हिंदुस्थान की धाविका ने स्कूल की स्पर्धा में भी अपने जबरदस्त प्रदर्शन से धमाल मचाया हुआ था। प्रिया मोहन ने इंडियन ग्रां प्री १ में ५२.९१ सेकेंड के समय के साथ ४०० मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड भी तोड़ा और एक महीने बाद नेशनल फेडरेशन कप में २३.८५ सेकेंड के साथ अपने २०० मीटर के रिकॉर्ड को भी बेहतर किया।
अमिताभ श्रीवास्तव
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)