मुख्यपृष्ठस्तंभक्लीन बोल्ड :  शर्म मगर आती नहीं

क्लीन बोल्ड :  शर्म मगर आती नहीं

अमिताभ श्रीवास्तव

लानत है, किंतु लानत पर भी शर्म नहीं आती और अपना पैसा आतंकवाद पर खर्च किया जाता रहता है। न खाने के लिए दाना है, न रहने के लिए महफूज छत, फिर भी दुनियाभर में इतराते रहना मूर्खता ही है। जी हां, यहां पाकिस्तान की बात हो रही है और केवल हम नहीं कर रहे, बल्कि पूरा विश्व यह देख भी रहा है। ओलिंपिक कल से शुरू हो चुके हैं। उद्घाटन समारोह में जब पाकिस्तानी दल का मार्च हुआ तो उसमें केवल सात खिलाड़ी दिखे। करीब २४० मिलियन वाले देश में ओलिंपिक के लिए महज सात खिलाड़ी और वह भी मात्र तीन इवेंट के लिए। क्या यह बात हैरान करने वाली नहीं है? दुनिया देख रही है और सोच रही है कि पाकिस्तान की बदहाली का क्या नजारा है? वो हिंदुस्थान से टकराता रहता है। आए दिन आतंकी भेजता रहता है, मगर जमीन पर वो एक मक्खी की तरह है। इसके बावजूद उसकी आंखें नहीं खुल रहीं। बहरहाल, पेरिस ओलिंपिक २०२४ में पाकिस्तान की अगुवाई जैवलिन थ्रोअर अर्शद नदीम ने की। उनके अलावा पड़ोसी देश की दल में महिला तैराक जहांआरा नबी का नाम शामिल है। पेरिस ओलिंपिक में वह २०० मीटर प्रâी स्टाइल स्पर्धा में हिस्सा ले रही हैं। निशानेबाजी में गुलाम मुस्तफा बशीर, गुलफाम जोसेफ, किस्मला तलत, रफीक रियाज और मोहम्मद अहमद दुर्रानीश का नाम शामिल है। बस यही नाम हैं और इतनी ही उनकी असलियत।
इधर उद्घाटन, उधर प्रपोज
ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह से पूर्व प्रपोज कर अपने प्यार का उद्घाटन भी किया गया। जी हां, ओलिंपिक की शुरुआत में ही प्यार के कुछ मीठे पल भी देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में अर्जेंटीना के एक खिलाड़ी ने अपनी साथी खिलाड़ी को सबके सामने प्रपोज कर ओलिंपिक खेलों की शुरुआत को मधुर बना दिया। इस प्रपोजल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पाबलो सिमोनेट अर्जेंटीना के मेंस हैंडबॉल टीम के फेमस प्लेयर हैं। वो अपनी अर्जेंटीना टीम के साथ पेरिस में ओलिंपिक विलेज पहुंच चुके थे। साथ में अर्जेंटीना महिला हॉकी टीम की फेमस खिलाड़ी मारिया वैंâपॉय भी मौजूद थीं। अर्जेंटीना के पूरे दल की फोटो साथ में खिंच रही थी, तभी अचानक पाबलो ग्रुप में से बाहर आए और सबके सामने जाकर खड़े हो गए। उनके हाथ में अंगूठी थी, फिर वो घुटनों पर बैठ गए और मारिया को प्रपोज किया। जैसे ही मारिया ने पाबलो को देखा, वो खुशी से झूम उठीं और उछलने-कूदने लगीं। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था। दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया और अंगूठी पहनाई। उसके बाद सारे साथी मिलकर उछलने लगे।
अय्यर भी चले काउंटी की राह
लीजिए चेतेश्वर पुजारा, पृथ्वी शा की तरह अब वेंकटेश अय्यर भी इंग्लैंड की राह पकड़ चुके हैं। ऑलराउंडर वेंकटेंश अय्यर लैंकशायर के लिए इस वर्ष एकदिवसीय कप और दो काउंटी चैंपियनशिप मैच खेलेंगे। वेंकटेश ने लैंकशायर क्लब द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा कि मैं इंग्लैंड में पहली बार काउंटी क्रिकेट खेलने को लेकर उत्साहित हूं। लैंकशायर एक ऐतिहासिक क्लब है और यहां पर इंडियन खिलाड़ियों का अपना इतिहास रहा है। फारूख इंजीनियर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और हाल ही में वॉशिंगटन सुंदर लाल गुलाबी जर्सी में खेले हैं और मैं उस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहूंगा। वेंकटेश ने कहा कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में लाल और सफेद दोनों गेंदों से अपने कौशल को परखने से मेरे खेल को बहुत लाभ होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि मैं अपने खेल से प्रशंसकों का मनोरंजन कर सकूंगा और दोनों प्रारूपों में अपनी टीम को उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करूंगा।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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