अमिताभ श्रीवास्तव
लीजिए यह फैसला दर्शकों के लिए बहुत बड़ा है। अब उन्हें स्टेडियम में जाकर मैच देखने के लिए टिकट नहीं खरीदना पड़ेगा। बात क्रिकेट की हो और वो भी एशिया में तो फ्री मैच देखने जैसी स्थिति कभी बनती नहीं, मगर इस बार ऐसा ही निर्णय लिया गया है। जी हां, यह महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने हेतु भी एक सोच है। दरअसल, श्रीलंका क्रिकेट ने घोषणा की है कि वूमेंस टी-२० एशिया कप २०२४ में फैंस की स्टेडियम में एंट्री फ्री होगी, जो १९ जुलाई से शुरू होगा। हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम इंडिया टूर्नामेंट के पहले दिन दांबुला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी। एसएलसी ने एक बयान कहा कि इस टूर्नामेंट में श्रीलंका, इंडिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, यूएई, नेपाल, मलेशिया और थाईलैंड प्रतिस्पर्धा करेंगे और दर्शक मैच फ्री देख सकेंगे। टीम इंडिया, पाकिस्तान, यूएई और नेपाल ग्रुप ‘ए’ में प्रतिस्पर्धा करेंगे और बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया और थाईलैंड ग्रुप ‘बी’ में प्रतिस्पर्धा करेंगे। १९ जुलाई को टीम इंडिया बनाम पाकिस्तान का मैच होगा।
अंगकृष, सायना और माफी
सोशल मीडिया भी बड़ा अजीब है। कुछ गलत हुआ नहीं कि आपको झट से माफी मांगनी पड़ जाती है और जब बात किसी दिग्गज खिलाड़ी को लेकर हो तो बहुत जल्दी फैलती है। दरअसल, आईपीएल की एक टीम केकेआर के एक खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सायना नेहवाल की एक टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी और लोगों के रोष से घिर गए। साइना नेहवाल ने क्रिकेट को लेकर कहा था कि टेनिस, बैडमिंटन और बास्केटबॉल जैसे खेल क्रिकेट के मुकाबले शारीरिक और मानसिक रूप से ज्यादा कठिन होते हैं और मुझे कभी-कभी उस समय बहुत बुरा लगता है, जब क्रिकेट पर सारा फोकस होता है। देखा जाए तो बैडमिंटन में आपके पास शटल उठाने और सर्व करने का भी समय नहीं होता है। आप ऐसे हैं। जैसे आपको सांस लेने में मुश्किल हो रही हो। क्रिकेट जैसे खेल पर इतना ध्यान दिया जाता है, जहां पर मुझे लगता है कि वहां स्किल ज्यादा जरूरी है। बस साइना नेहवाल के इतना कहते ही अंगकृष रघुवंशी तिलमिला से गए और उन्होंने सोशल मीडिया `एक्स’ पर लिखा, `चलिए देखते हैं कि वह क्या करती हैं, जब बुमराह १५० किलोमीटर की रफ्तार से बम्पर्स सिर पर मारते हैं। बस लोग उन्हें जमकर ट्रोल करने लगे। ये सब देखकर रघुवंशी को समझ में आ गया कि उन्होंने बहुत बड़ी गलती कर दी है। फिर क्या था, उन्होंने अपने पोस्ट को डिलीट कर दिया। उन्हें दूसरा पोस्ट लिखना पड़ा, जिसमें उन्होंने सभी से माफी मांगी।
कुछ अपनी सरकार को भी समझाओ
पाकिस्तान के बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हैं, जो हिंदुस्थान की तारीफ करते हैं, इनमें से एक हैं वसीम अकरम। अकरम एक विशुद्ध समीक्षक हैं, सही बात रखते हैं फिर वो अपने देश के क्रिकेट की आलोचना ही क्यों न हो, वो खुलकर करते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी उन्होंने टीम इंडिया से निवेदन किया है कि वो खेलने पाकिस्तान जाए। उन्होंने इससे होनेवाले फायदे भी गिनाए हैं और अपने देश के क्रिकेट के लिए भी अपील की है। मगर टीम इंडिया ने साफ कह दिया है कि वो पाकिस्तान नहीं जाएगी। मैच किसी अन्य देश में कराए जाएंगे तो वो खेलेगी। हालांकि, पाकिस्तान बोर्ड में बैठे तथा कुछ पूर्व खिलाड़ी आग में घी डालने का काम भी कर रहे हैं और हिंदुस्थान को चेतावनी दे रहे हैं कि यदि टीम नहीं आएगी तो आईसीसी उसे सबक सिखाएगी। जबकि अभी तक आईसीसी ने भी अपना मुंह नहीं खोला है। आईसीसी टीम इंडिया के पक्ष में खड़ा है। बहरहाल, अकरम जब इंडिया से अपील कर रहे हैं तो एक अपील अपने देश की सरकार से भी करें कि वो इंडिया के साथ मित्रता निभाए। अपने आतंकवादी न भेजें और सीमा को बेहतर बनाए। रिश्ते मधुर रखे। बात तो तब बनेगी। टीम इंडिया तो तभी पाकिस्तान जा सकेगी, अन्यथा बिल्कुल भी नहीं।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)