अमिताभ श्रीवास्तव
तो अब चलो कानपुर। २७ सितंबर को कानपुर में होगी दूसरे व आखिरी टेस्ट मैच में भिड़ंत। अखाड़ा तैयार है, क्रिकेट के पहलवान तैयार हैं। पराजित बांग्लादेश के कप्तान शांतो इस टेस्ट मैच को जीतने का दंभ भर रहे हैं तो उधर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा हंसते हुए कह रहे हैं कि करने दो बातें, मैच के अंदर क्या होता है, हमारी नजर वहीं रहती है। मजा ये है कि इस पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया की जीत पर पाकिस्तानी टीम से खार खाए बैठे खुद पाकिस्तानी लोग बड़े खुश हैं और रोहित शर्मा के दीवाने हुए जा रहे हैं। मगर बांग्लादेश के पैंâस पाकिस्तान से अपनी टीम की जीत को इस एक हार से भूल गए हैं क्योंकि यह बड़ी हार है जो टीम को एक कमजोर टीम साबित करती है। हालांकि, बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने रोहित को चेतावनी दी है। शांतो का कहना है कि कानपुर टेस्ट उनके लिए अहम है और इस मैच में हमारे बल्लेबाज अच्छा खेलेंगे। पहले मैच में शांतो ही अकेले बल्लेबाज थे जो दूसरी पारी में टिके, शायद इसी भरोसे से वो कानपुर टेस्ट में वापसी की हुंकार भरते हुए नजर आ रहे हैं। जो भी हो मगर कानपुर टेस्ट भी दिलचस्प बनेगा इसमें कोई दो राय नहीं।
सोने की बिसात
तो हिंदुस्थानी शतरंजबाजों ने बिसात को सोने में बदल दी। स्वर्ण बिसात बनाकर हिंदुस्थान का नाम भी सुनहरे अक्षरों में लिख डाला। जी हां, हमारे देश के होनहार शतरंज खिलाड़ियों ने ४५वें चेस ओलिंपियाड में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए ओपन और विमेंस वैâटेगरी में गोल्ड मेडल जीत लिए। देश को इंडिविजुअल वैâटेगरी में भी ४ गोल्ड मिले, मेंस और विमेंस दोनों वैâटेगरी में २-२ प्लेयर्स ने पहला स्थान हासिल किया। दोनों वैâटेगरी में ५-५ प्लेयर्स ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। ११ राउंड के बाद ओपन टीम ने २२ में से २१ पॉइंट्स हासिल किए। वहीं विमेंस टीम ने १९ पॉइंट्स के साथ गोल्ड पर कब्जा किया। विमेंस टीम में तानिया सचदेव, वैशाली रेमशबाबू, हरिका द्रोणावल्ली, वंतिका अग्रवाल और दिव्या देशमुख ने गोल्ड दिलाया। टीम ने ११ राउंड में से ९ जीते और एक ही ड्रॉ खेला। टीम को इकलौती हार पोलैंड के खिलाफ मिली। हालांकि, हिंदुस्थान ने १९ पॉइंट्स के साथ पहला स्थान हासिल किया। टीम ने १०वें राउंड में डिफेंडिंग चैंपियन चीन को भी हराया।
डॉटर्स डे पर बेशकीमती गिफ्ट
स्पिन के बादशाह अश्विन ने डॉटर्स डे के मौके पर अपनी दोनों बेटियों को एक बेशकीमती तोहफा दिया। यह बेशकीमती इसलिए क्योंकि यह तोहफा था वो गेंद जिसे उन्होंने हॉल ऑफ द फाइव विकेट बनाया था। जी हां, खेल के बाद अश्विन ने अपनी पत्नी पृथी से बात की और अपनी बेटियों में से एक को डॉटर्स डे के उपहार के रूप में वह गेंद दी, जिससे उन्होंने ५ विकेट लिए थे। हालांकि, उनकी बेटी ने मजाकिया ढंग से मना कर दिया, लेकिन यह एक मर्मस्पर्शी और मजेदार क्षण था। यह अश्विन द्वारा टेस्ट मैच में शतक और ५ विकेट लेने का चौथा मौका था। केवल इंग्लैंड के दिग्गज इयान बॉथम ही इस उपलब्धि को पार कर पाए हैं, उन्होंने ऐसा पांच बार किया है। यह टेस्ट क्रिकेट में अश्विन का ३७वां ५ विकेट लेने का कारनामा भी था, जिससे वह टेस्ट इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा ५ विकेट लेने के मामले में महान ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर शेन वार्न के साथ बराबरी पर आ गए। अश्विन ने १०१ टेस्ट मैचों में २३.७० की औसत से ५२२ विकेट लेकर वॉल्श को पछाड़कर टेस्ट क्रिकेट में आठवें सबसे ज्यादा विकेट लेनेवाले गेंदबाज बन गए हैं, उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ७/५९ है। वॉल्श ने १३२ टेस्ट मैचों में ५१९ विकेट लिए थे।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)