मुख्यपृष्ठखेलक्लीन बोल्ड : नाबालिग मिस्ट्री स्पिनर

क्लीन बोल्ड : नाबालिग मिस्ट्री स्पिनर

अमिताभ श्रीवास्तव

यह किस्मत है, क्योंकि अभी वो नाबालिग है मगर उसे आईपीएल खेलने बुलाया गया है। कौन है वो, जिसे मिस्ट्री स्पिनर भी कहते हैं? अब देखिए न किस्मत, आईपीएल ऑक्शन २०२४ में वह सबसे युवा खिलाड़ी के तौर पर उतरा, लेकिन उसे कोई खरीदार नहीं मिला था। लेकिन अब आईपीएल से उसे बुलावा आया है। अफगानिस्तान के इस युवा मिस्ट्री स्पिनर को कोलकाता नाइटराइडर्स ने मुजीब उर रहमान के रिप्लेसमेंट के तौर पर अपने साथ जोड़ लिया है। इस युवा स्पिनर का नाम है अल्लाह गजनफर, जिसकी उम्र महज १६ साल है। १५ साल की उम्र में ऑक्शन में उतरने वाले गजनफर भी अब आईपीएल में खेलते हुए नजर आएंगे। दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर अल्ल्लाह गजनफर को केकेआर ने बेस प्राइस २० लाख में अपने साथ जोड़ा है। गजनफर ऑफ स्पिनर आर अश्विन से इंस्पायर्ड हैं। अफगानिस्तान के इस युवा ने हाल में एक इंटरव्यू में कहा था कि अश्विन भारत के चैंपियन स्पिनर हैं और उन्हें अश्विन की वैरिएशन पसंद है। गजनफर ने कहा कि उन्होंने हमेशा अश्विन को अपना इंस्पिरेशन माना है।

ले-ले भाई, लास्ट है
मामला दिल्ली और राजस्थान रायल्स के बीच मैच का है, जिसमें दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत और गेंदबाज खलील अहमद के मध्य अनुभव की जंग देखने को मिली। दरअसल, जब १५वां ओवर करने के लिए खलील अहमद आए तो ओवर की पहली गेंद उन्होंने ध्रुव जुरेल को की। गेंद बैट पर लगने के बाद पैड पर लगी, लेकिन खलील अहमद ने जोरदार अपील की। उनका मानना था कि गेंद बैट पर नहीं लगी है। इस पर वह कप्तान और विकेटकीपर ऋषभ पंत के पास जाते हैं और उन्हें कन्वींस करने की कोशिश करते हैं कि ध्रुव आउट हैं। जब क्लॉक (१५ सेकंड का निर्धारित समय) आखिरी चरण पर होता है तो खलील अहमद थोड़ी और दबाव बनाते हैं। वह कहते हैं- ले-ले, ले-ले भाई, लास्ट है..। इस पर पंत कहते हैं कि ये तो तू बताएगा न कि बैट है या नहीं। हालांकि, पंत यहां डीआरएस लेते नहीं हैं। बाद में कप्तान का पैâसला सही भी साबित हुआ। गेंद बल्ले का किनारा लेकर पैड पर लगी थी। अगर यहां पंत डीआरएस ले लेते तो उन्हें रीव्यू गंवाना पड़ता।

कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन
बीच मैच में मैदान पर ही कन्फ्यूजन नहीं होता, बल्कि पवेलियन में बैठे कोच व डायरेक्टर को भी हो सकता है। नियम ही जब ऐसे हों तो समझ वैâसे आएंगे? जी हां, दिलचस्प मामला है यह भी। जब दिल्ली की टीम बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी थी तो पहले ओवर के दौरान ही कुछ ऐसा हुआ, जिसने बवाल मचा दिया, जिसके कारण कुछ समय के लिए मैच को रोकना भी पड़ा था और चौथे अंपायर को मैदान पर आकर पोंटिंग और गांगुली से बात करनी पड़ी थी। यह ड्रामा तब शुरू हुआ, जब रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने पहले ओवर की दूसरी गेंद के बाद रोवमैन पॉवेल को मैदान में बुलाते हुए देखा गया। डगआउट में मौजूद पोंटिंग ने यह देख लिया और अपने हाथ उठाकर अंपायर की ओर इशारा करने लगे, तभी उस समय चौथे अंपायर पोंटिंग के पास गए और उन्हें परिस्थिति को लेकर समझाते हुए नजर आए। जब अंपायर पोंटिंग को नियम समझाने की कोशिश कर रहे थे, तब गांगुली भी आए और अंपायर के साथ नियम को लेकर बातचीत करते नजर आए। दरअसल, पोंटिंग इंपेक्ट प्लेयर नियम को लेकर कन्फ्यूज हो गए थे। मेजबान टीम ने प्लेइंग इलेवन में बटलर, शिमरॉन हेटमायर और ट्रेंट बॉल्ट के रूप में तीन विदेशी खिलाड़ी ही इलेवन में रखे थे। ऐसे में टीम इंपेक्ट प्लेयर के तौर पर विदेशी खिलाड़ी को मैदान पर उतार सकती है। राजस्थान रॉयल्स ने रणनीति के तहत ऐसा ही किया था। राजस्थान ने इपेक्ट प्लेयर के तौर पर नांद्रे बर्गर का इस्तेमाल किया था। लेकिन जब फील्डिंग की बारी आई तो राजस्थान रॉयल्स ने रॉवमैन पॉवेल को मैदान पर उतारा था, जिसे देखकर पोंटिग कन्फ्यूज हो गए थे।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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