अमिताभ श्रीवास्तव
इसमें कोई दो राय नहीं कि एशिया में हिंदुस्थानी हॉकी का कोई सानी नहीं है। इसका उदाहरण हाल ही में संपन्न हुई चैंपियनशिप में देखने को मिला, जहां टीम इंडिया ने एशिया की सारी दिग्गज टीमों को परास्त कर ट्रॉफी पर पांचवीं बार कब्जा जमाया। एशियन चैंपियनशिप हॉकी में अपना कोई मैच न हारने वाली टीम इंडिया ने कुल २२ गोल दागे और केवल ५ गोल खाए। इससे साफ जाहिर होता है कि एशिया में कोई ऐसी टीम नहीं है जो टीम इंडिया को मात दे सके। चीन को हराकर ट्रॉफी कब्जे में करनेवाली इस टीम पर धन वर्षा तो होनी ही थी। पेरिस ओलिंपिक से कांस्य पदक लेकर लौटी टीम इंडिया ने इस टूर्नामेंट में जमकर धमाल मचाया। लिहाजा, एशियन चैंपियंस ट्रॉफी बनने पर टीम इंडिया को प्राइज हॉकी इंडिया ने भी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए इनामी राशि का एलान किया। टीम इंडिया के हर खिलाड़ी को हॉकी इंडिया ३-३ लाख रुपए का नकद पुरस्कार देगी। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ को १.५ लाख दिया जाएगा। कप्तान हरमनप्रीत सिंह टूर्नामेंट के स्टार परफॉर्मर रहे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया और इनाम के तौर पर दो हजार यूएस डॉलर का नकद पुरस्कार दिया गया।
लाल पिच पर नकेल
लाल पिच पर क्या डाली जाएगी नकेल? आज से शुरू हो रहे टेस्ट मैच में टीम इंडिया बांग्लादेश पर नकेल कसने की तैयारी में है। पाकिस्तान का सफाया कर हिंदुस्थान पहुंची बांग्लादेश की टीम चेन्नई में रोहित सेना से टकराएगी। मॉनसून में चेपॉक स्टेडियम की पिच की स्थिति को देखते हुए कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर जब बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम एकादश का चयन करेंगे तो उनकी नजर तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स के बीच संतुलन साधने की होगी। इसकी वजह यह है कि चेपॉक स्टेडियम की पिच लाल मिट्टी से बनी हुई है। यहां बाउंस अच्छा मिलता है। तेज गेंदबाजों को उछाल मिलने की संभावना ज्यादा है। यहां रिवर्स स्विंग भी देखने को मिल सकता है। इसके अलावा पिच के जल्द टूटने की संभावना है। ऐसे में इसका फायदा स्पिन गेंदबाजों को मिलना तय है। रोहित शर्मा बांग्लादेश के हौसले को तोड़ने में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते। दिलचस्प होगा आज से शुरू होनेवाला टेस्ट मैच।
मां अंपायर, बेटी खिलाड़ी
ऐसा पहली बार हुआ है कि एक ही खेल में मां और बेटी का जलवा बिखरा हो। दरअसल, यह मामला पाकिस्तान की एक मां और बेटी का है। मां अंपायर है तो बेटी खिलाड़ी। जी हां, पाकिस्तान की सलीमा इम्तियाज ने पिछले दिनों एक खास उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया। सलीमा इम्तियाज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के डेवलपमेंट अंपायरों के अंतरराष्ट्रीय पैनल में नॉमिनेट किया गया है। वह यह उपलब्धि हासिल करनेवाली पहली पाकिस्तानी महिला हैं। सिर्फ सलीमा ही नहीं, बल्कि उनकी बेटी भी पाकिस्तान क्रिकेट की एक जानी-मानी शख्सियत हैं। सलीमा की बेटी कायनात ने पाकिस्तान के लिए ४० अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। इसमें १९ वनडे और २१ टी-२० शामिल हैं। पैनल में सलीमा के नॉमिनेट होने का मतलब है कि अब वह महिलाओं के द्विपक्षीय अंतरराष्ट्रीय मैचों और आईसीसी की महिला प्रतियोगिताओं में अंपायरिंग करने की पात्र हैं।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)