मुख्यपृष्ठखेलक्लीन बोल्ड : और खिलाड़ी गायब हो गए

क्लीन बोल्ड : और खिलाड़ी गायब हो गए

अमिताभ श्रीवास्तव

बात पाकिस्तान की हो तो ऐसा होना आश्चर्य भी नहीं कहलाता, क्योंकि उस देश की हालत ही ऐसी है कि कोई वहां रहना नहीं चाहता पर मजबूरी होती है कि कहीं और नागरिकता जल्द मिलती भी नहीं इसलिए ऐसे कदम उठा लिए जाते हैं। अब देखिए न, पाकिस्तान के तीन हॉकी खिलाड़ियों और एक फिजियोथेरेपिस्ट पर पाकिस्तान हॉकी महासंघ की जानकारी के बिना भागकर यूरोपीय देश में शरण लेने की कोशि‍श में आजीवन बैन लगाया है। दरअसल, इसकी वजह पाकिस्तानी हॉकी की माली हालत भी रही है, जिस कारण खि‍लाड़ियों को भत्ता मिलने में देरी हो रही थी। पीएचएफ महासचिव राणा मुजाहिद ने पुष्टि करते हुए कहा कि मुर्तजा याकूब, इहतेशाम असलम और अब्दुर रहमान फिजियोथेरेपिस्ट वकास के साथ पिछले महीने नेशंस कप के लिए नीदरलैंड और पोलैंड गए थे, लेकिन वहां से वापस नहीं लौटे। यहां तक इन खिलाड़ियों ने नीदरलैंड्स में राजनैति‍क शरण भी मांगी। खिलाड़ियों को अपने यात्रा भत्ते और दैनिक निर्वाह भुगतान में देरी का सामना करना पड़ा था।

हाय रे अनसोल्ड खिलाड़ी
छोटे नाम ही नहीं, बल्कि बड़े नाम भी मुंह तकते रह गए कोई खरीदार ही नहीं मिला। यह हालत है क्रिकेट की। जी हां, लीजेंड्स लीग क्रिकेट २०२४ के ऑक्शन में कई खिलाड़ियों पर बोली लगी थी, लेकिन हर किसी को खरीदार नहीं मिल सका। इस ऑक्शन में छोटे ही नहीं, बल्कि बड़े नाम वाले कई खिलाड़ी अनसोल्ड रह गए। जो बड़े नाम अनसोल्ड रहे, उनमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली, एरोन फिंच, शॉन मार्श और साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हाशिम अमला जैसे दिग्गज क्रिकेटर भी शामिल हैं। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह, प्रज्ञान ओझा और सुब्रह्मण्यम बद्रीनाथ को भी किसी टीम ने नहीं खरीदा। हालांकि, अब भी इन खिलाड़ियों के बिकने की उम्मीद है। ऑक्शन के इतर एलएलसी की सभी ६ टीमों के पास अभी भी अनसोल्ड रहे खिलाड़ियों को कम दाम में खरीदने का मौका होगा।

बैडमिंटन का कोहली बनने का लक्ष्य
अब यह तो क्रिकेट में हो सकता है, बैडमिंटन में कोई विराट कोहली वैâसे बन सकता है? पर यह ख्वाब है बैडमिंटन की सनसनी युवा लक्ष्य सेन का। देश के उदीयमान शटलर लक्ष्य सेन का कहना है कि वह भारतीय बैडमिंटन का विराट कोहली बनना चाहते हैं। दरअसल, क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी की तरह लक्ष्य सेन भी बैडमिंटन में सबसे बड़े सुपरस्टार बनना चाहते हैं। लक्ष्य का कहना है कि आनेवाले वर्षों में वह भारतीय बैडमिंटन को बहुत कुछ देना चाहते हैं, जैसे विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को दिया है। लक्ष्य हाल में पेरिस ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल से चूक गए थे। उन्हें पेरिस में मेडल का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन ब्रॉन्ज मेडल मैच में मलेशिया के खिलाड़ी से वह हार गए। इस हार के बाद कोच प्रकाश पादुकोण ने लक्ष्य को खूब खरी-खरी सुनाई थी। वो पादुकोण अकादमी में ही ट्रेनिंग भी लेते हैं। बहरहाल, देखना यह है कि लक्ष्य अपने ख्वाब को पूरा कर पाते हैं या नहीं?
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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