मुख्यपृष्ठनए समाचार‘भयमुक्त महाराष्ट्र के लिए एक साथ आएं’ -आदित्य ठाकरे का आह्वान

‘भयमुक्त महाराष्ट्र के लिए एक साथ आएं’ -आदित्य ठाकरे का आह्वान

सामना संवाददाता / मुंबई
‘पचास खोके, एकदम ओके’ वालों को अब नॉट ओके करना है। भयमुक्त महाराष्ट्र बनाना है तो एक साथ आएं। इस तरह का आह्वान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने किया। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र में परिवर्तन जरूर होगा और गुंडागर्दी करनेवाली नाकारा सरकार भी तड़ीपार होगी।

‘पचास खोके, एकदम ओके’ वालों को अब नॉट ओके करना है। भयमुक्त महाराष्ट्र बनाना है तो एक साथ आएं। इस तरह का आह्वान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने किया। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र में परिवर्तन जरूर होगा और गुंडागर्दी करनेवाली नाकारा सरकार भी तड़ीपार होगी।
नांदगांव तहसील के निमगांव में शुक्रवार को महाविकास आघाड़ी के शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के प्रत्याशी गणेश धात्रक के प्रचारार्थ आयोजित सार्वजनिक सभा में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार की जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि नाकारा खोके सरकार के शासन में प्रदेश गुंडागर्दी से जूझ रहा है। इसे लेकर जनता में भी घोर गुस्सा है। सभी जगहों पर ‘पचास खोके, एकदम ओके’ के नारे लग रहे हैं। हालांकि, अब उन्हें नॉट ओके करना है। इनके भ्रष्टाचार और अनियमित कामकाजों के कारण महाराष्ट्र की जनता परेशान हो चुकी है। इन्होंने राज्य के बड़े उद्योगों को गुजरात भेजकर पांच लाख युवाओं की नौकरियां छीनी है। महाराष्ट्र के उद्योगों को गुजरात में किस तरह से लाया जाए इस तरह का वहां रोड शो किया जाता है। आदित्य ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि गलती से इनकी सरकार फिर से सत्ता में आई तो ये महाराष्ट्र का मंत्रालय भी गुजरात ले जाएंगे। आदित्य ठाकरे ने कहा कि मविआ सरकार ने किसानों के दो लाख रुपए कर्ज माफ करके राहत दी थी। लेकिन मौजूदा सरकार ने किसानों की सभी समस्याओं की अनदेखी की है। बेमौसम बारिश में फसलें बर्बाद हुई हैं। किसान संकट में थे, लेकिन कृषिमंत्री वहां पहुंचे ही नहीं। कृषिमंत्री पूरी तरह से निष्क्रिय हैं। आदित्य ठाकरे ने वचन दिया कि महाविकास आघाड़ी की सरकार आने के बाद उसमें किसानों के हक के व्यक्ति, परिवारप्रमुख के तौर पर शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे रहेंगे। आदित्य ठाकरे ने कहा कि साल २०१४ में भाजपा हर नागरिक को १५ लाख रुपए देनेवाली थी। हालांकि, अब इस राज्य में सरकार माताओं-बहनों को १,५०० रुपए दे रही है। १५ लाख में से कितने जीरो कम हो गए, ये देखिए। उन्होंने कहा कि १,५०० रुपए में वोट का अधिकार कोई नहीं खरीद सकता।

अन्य समाचार