मुख्यपृष्ठस्तंभकंप्यूटर का जीनियस : दुनिया का सबसे बड़ा कंगाल!

कंप्यूटर का जीनियस : दुनिया का सबसे बड़ा कंगाल!

दुनिया के सबसे धनी इंसान का नाम तो लगभग सभी लोग जानते हैं। लेकिन क्‍या आपको पता है कि दुनिया में सबसे गरीब कौन है? ज्‍यादातर लोग नहीं जानते कि यह अनचाहा खिताब संसार में किस इंसान को मिला है। बता दें कि दुनिया का सबसे गरीब इंसान एक प्रâांसीसी नागरिक जेरोम केर्विएल हैं। केर्विएल को सबसे गरीब आदमी का खिताब इसलिए मिला है क्‍योंकि उनके सिर पर जितना कर्ज है, उतना कर्ज दुनिया के किसी अन्‍य इंसान पर नहीं है। केर्विएल यूरोप के सबसे बड़े बैंकों में से एक बैंक के पूर्व कर्मचारी हैं। जेरोम के पास फाइनेंस में मास्‍टर डिग्री है और उन्‍हें कंप्‍यूटर जीनियस माना जाता है।
ऐसा नहीं है कि जेरोम के पास खाने को कुछ नहीं है या पहनने को कपड़े नहीं है। उनके पास ये सब चीजें हैं। कुछ लोग जेरोम को सबसे गरीब आदमी मानने पर सवाल भी उठाते हैं। उनका कहना है कि दुनिया में ऐसे लोग भरे पड़े हैं, जिनके सिर पर छत नहीं है। दो वक्‍त का खाना नहीं मिलता और कपड़े और जूते भी उन्‍हें मुश्किल से मिलते हैं, लेकिन जेरोम को दुनिया का सबसे गरीब इंसान बताने वालों का कहना है कि किसी के पास कपड़े या खाना नहीं होने से वो जेरोम जितना गरीब नहीं हो सकता। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि जेरोम के सिर ४९५,०६८,९५२,००० रुपए का कर्ज है।
कभी कमाते थे साल में लाखों रुपए
जेरोम का जन्‍म फ्रांस के पोंट-अल आबे में हुआ। उनके पिता लोहार थे और मां हेयर ड्रेसर। ल्‍यूमेरे यूनिवर्सिटी लेयोन से उन्‍होंने फाइनेंस में मास्‍टर्स डिग्री हासिल की। पढ़ाई के बाद उन्‍होंने फ्रांस के सोसायटी जेनरल बैंक में जूनियर डेरेटिव ट्रेडर की नौकरी शुरू कर दी। उनकी तैनाती डेल्‍टा वन डिविजन में हुई, जो सॉफ्टवेयर इनवेस्‍टमेंट, एक्‍सचेंजेज, ईटीएफ, एल्‍गोरिदम ट्रेडिंग और इक्विटी डेरेटिव्‍ज की ट्रेडिंग में संलग्‍न थी। यहां उन्‍हें सालाना वेतन के रूप में ५,४४९,७९८ रुपए मिलते थे।
ऐसे हुआ कंगाल
जेरोम को अमीर बनने की भूख थी। उन्‍हें कंप्‍यूटर की गहरी जानकारी थी। उनका यही कौशल उन पर भारी पड़ गया। कंपनी के सिस्‍टम की खामियों का फायदा उठाकर जेरोम ने कंपनी के पैसों से ही आर्बिट्रेज ट्रेडिंग शुरू कर दिया और कंपनी को कानों-कान खबर न हुई। शुरुआत में इससे उन्‍होंने खूब पैसा कमाया लेकिन बाद में उन्‍हें नुकसान होने लगा। जेरोम ने साल २००६ के अंत में यह काम शुरू किया था। लगभग एक साल में उन्‍होंने ७३ बिलियन डॉलर ट्रेडिंग में लगा दिए। १९ जनवरी २००८ को उनका यह फर्जीवाड़ा सोसायटी जेनरल की पकड़ में आ गया।
बैंक को अरबों का नुकसान
जेरोम द्वारा सालभर बैंक के पैसों में की गई हेर-फेर से बैंक को ७.२ बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। २००८ में जेरोम पर विश्वास के उल्लंघन, जालसाजी और कंप्यूटर के अनधिकृत उपयोग के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ। जिस समय जेरोम का घोटाला सामने आया, उस समय जेरोम भारी कर्जे में घिर चुके थे। उसके सिर डॉलर ६.३ बिलियन का कर्ज था।
३ साल काटी सजा
जेरोम को साल २०१५ में ३ साल की सजा हुई थी। वो सजा काटकर अब जेल से बाहर आ चुके हैं। जीवन को दोबारा पटरी पर लाने को वे हाथ-पैर तो मार रहे हैं, पर शायद ही वे अपने ऊपर चढ़े इस भारी-भरकम कर्ज को उतार पाएंगे और दुनिया के सबसे गरीब इंसान के टैग से पीछा छुड़ा पाएंगे।

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