अभिषेक कुमार पाठक
१० दिन में काम शुरू करने का नया वादा
नई मुंबई में उरण लोकल और ट्रांसहार्बर लाइन पर दीघा रेलवे स्टेशन से यात्रा करने का यात्रियों का सपना शायद सपना ही रह जाएगा। कई बार उद्घाटन की चर्चाएं भी हुईं, मगर बस चर्चा होकर ही रह गई। शनिवार को रेल राज्य मंत्री ने बताया कि सेंट्रल रेलवे का `बेलापुर-खारकोपर-उरण’ लाइन और दीघा रेलवे स्टेशन, जिसे देश का तीसरा सबसे ज्यादा समय से रुका हुआ रेलवे प्रोजेक्ट कहा जा रहा है, वह अगले १० दिन में शुरू कर दिया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में किसी कारण से शुरू नहीं हो सकी रेल परियोजनाओं की समीक्षा की गई है। इसके चलते रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि खारकोपर-उरण रेलवे लाइन में नाममात्र की कठिनाइयों को दूर करने और इसे यात्रियों के लिए खोलने के लिए राज्य सरकार के साथ चर्चा पूरी हो चुकी है।
चार चरणों में पूरा करने का निर्णय
केंद्र सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय के बुनियादी ढांचा और परियोजना निगरानी विभाग ने बेलापुर-खारकोपर-उरण लाइन को राज्य की सबसे विलंबित रेलवे परियोजना घोषित किया है। मार्च १९९७ में परियोजना के लिए ४९५ करोड़ रुपए की उम्मीद की गई थी। यह परियोजना मार्च २००४ में पूरी होनी थी। हालांकि, विभिन्न कारणों से रुकी इस परियोजना की लागत फिलहाल १,७८२ करोड़ रुपए तक पहुंच गई है।
रेलवे प्रशासन ने लंबे समय से रुकी इस परियोजना को `बेलापुर-खारकोपर’ और `खारकोपर-उरण’ नामक दो चरणों में पूरा करने का निर्णय लिया था। नवंबर २०१८ में परियोजना का पहला बेलापुर-खारकोपर खंड शुरू हुआ। बेलापुर-खारकोपर-उरण दोहरी रेल लाइन की लंबाई २६.७ किमी है। बेलापुर/नेरुल से खारकोपर तक पहला चरण १२.४ किमी है। खारकोपर से उरण तक दूसरा चरण १४.३ किमी है।
सभी लोकल ट्रेनें दीघा पर रुकेंगे
दीघा स्टेशन खुलने के बाद ट्रांसहार्बर रूट की सभी लोकल ट्रेनें इस स्टेशन पर रुकेंगी। दीघा स्टेशन एमयूटीपी-३ में नई कलवा-ऐरोली एलिवेटेड प्रोजेक्ट का पहला चरण है। कलवा-ऐरोली एलिवेटेड मार्ग ठप हो गया है क्योंकि कलवा स्टेशन क्षेत्र में लगभग ७०० परियोजना प्रभावित लोगों ने वैकल्पिक स्थान पर जाने से इनकार कर दिया है।
बस की तुलना में सस्ता सफर
दूसरे चरण `बेलापुर-खारकोपर-उरण’ में गवन, जसाई, रंजनपाड़ा, न्हावॉशेवा, द्रोणागिरी स्टेशन हैं। नई मुंबई लोकल से उरण लोकल के जुड़ने के बाद बस के मुकाबले सस्ता सफर का विकल्प मिलेगा। उल्लेखनीय है कि ओएनजीसी, जेएनपीटी बंदरगाह, भारत पेट्रोलियम, गैस पावर स्टेशन और बंदरगाह आधारित उद्योगों के कारण उरण एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बन गया है।
प्रोजेक्ट की जानकारी
बेलापुर-खारकोपर-उरण: २६.७ किमी (डबल ट्रैक)
पहला चरण नेरुल/बेलापुर से खारकोपर तक: १२.४ किमी
मौजूदा स्थिति: प्रतिदिन ३० से ४० हजार यात्री
दूसरा चरण खारकोपर से उरण तक: १४.३ किमी
वर्तमान स्थिति: उद्घाटन की प्रतीक्षा में
परियोजना की कुल लागत: १,७८२ करोड़ रुपए