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सरोकार : `स्लोली-स्लोली’ बन रहा `सैटिस’! धीमी गति को लेकर उठ रहे सवाल

पंकज तिवारी

  • ९ महीने में ३५ प्रतिशत कार्य कैसे होगा पूरा?
  • ३९ महीनों बाद भी एक तिहाई काम अधूरा

ठाणे-पश्चिम में ठाणे मनपा ने सैटिस का निर्माण किया है। ठाणे-पूर्व में भी उसी प्रकार का सैटिस निर्माण मनपा द्वारा किया जा रहा है लेकिन सैटिस निर्माण कार्य धीमी गति से यानी स्लोली-स्लोली हो रहा है। ठाणे मनपा ने ठाणे-पूर्व सैटिस की शरुआत दिसंबर २०१९ में की थी लेकिन कोरोना की वजह से डेडलाइन को बढ़ा दिया था। कोरोना समाप्त होने के बाद फिर एक दफा सैटिस कार्य ने रफ्तार पकड़ी थी लेकिन अब फिर सैटिस कार्य की रफ्तार कम हो गई है। मिली जानकारी अनुसार, पिछले ३ वर्ष ३ महीने में केवल ६५ प्रतिशत कार्य पूर्ण किया गया है। अब भी ३५ प्रतिशत कार्य बाकी है, वहीं कार्य पूर्ण होने की समय सीमा में केवल ९ महीने ही शेष रह गए हैं। अब ऐसे में मनपा द्वारा धीमी गति से किए जा रहे कार्य पर सवाल उठने लगे हैं। अब देखना यह है कि ठाणे मनपा ९ महीने में ३५ फीसदी कार्य कैसे पूर्ण करती है?
ऐसा होगा सैटिस
ठाणे-पूर्व की यातायात जाम की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से ठाणे-पूर्व में सैटिस पुल का निर्माण स्मार्ट सिटी के तहत किया जा रहा है। सैटिस के अंतर्गत १४ बस स्टॉप के साथ ६ मीटर ऊंचा डेक होगा। साथ ही बसों के लिए ७,००० वर्ग मीटर का टर्मिनल बनाया जाएगा। स्टेशन की पूर्व की ओर ११ हजार १०० वर्ग मीटर जगह होगी।
कार्य पूर्ण करने की डेडलाइन
मनपा अधिकारियों ने बताया कि ठाणे-पूर्व सैटिस पुल दिसंबर २०२३ तक यातायात के लिए खोल दिया जाएगा लेकिन समय कम और कार्य अधिक शेष है। अब देखना लाजिमी होगा कि क्या मनपा निश्चित समय के भीतर कार्य पूर्ण कर पाती है या नहीं।
कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान
८.३ किमी लंबी सड़क से स्टेशन तक फ्लाईओवर होगा। इसके अलावा स्टेशन के सामने वेस्टर्न लाइन पर छह मीटर ऊंचा डेक बनाया जाएगा, साथ ही ऊपर की तरफ टीएमटी, एसटी और बेस्ट के १४ बस स्टॉप होंगे। भूतल पर रिक्शा, टैक्सियों और निजी वाहनों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
परियोजना की विस्तृत जानकारी
परियोजना लागत – २६०.८५ करोड़ रुपए
परियोजना पूर्ण करने की अवधि – दिसंबर २०२३
एलिवेटेड रोड की लंबाई – १.९४७ किमी
उन्नत बस स्टैंड – ८००० वर्ग मीटर
बस टर्मिनल – ७००० वर्ग मीटर
ट्रैफिक का दूर होगा टेंशन
ठाणे-पश्चिम में बनाया गया सैटिस ठाणे पश्चिम रेलवे स्टेशन परिसर की ट्रैफिक समस्या को खत्म करने में ९० प्रतिशत मदद करता है। इसी की तर्ज पर ठाणे-पूर्व में भी सैटिस परियोजना शुरू करने का निर्णय लिया है। मनपा अधिकारियों के मुताबिक, सैटिस पूर्व परियोजना के पूर्ण होने से ठाणे पूर्व में होनेवाली ट्रैफिक समस्या खत्म हो जाएगी।

ठाणे रेलवे स्टेशन के पूर्व में मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब व स्टेशन परिसर यातायात सुधार प्रकल्प (सैटिस-२) का ५५ फीसदी काम पूरा हो चुका है। स्मार्ट सिटी के तहत इसका निर्माण किया जा रहा है। इसके निर्माण से ठाणे-पूर्व में यातायात जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी।
-संदीप मालवी-सीईओ, ठाणे स्मार्ट सिटी लिमिटेड व अतिरिक्त आयुक्त

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