सामना संवाददाता / मुंबई
एलएलबी तृतीय वर्ष की परीक्षा देने वाले छात्रों में भ्रम की स्थिति परीक्षा शुरू होने के बाद भी जारी है। अब परीक्षा के समय विषय कोड और पेपर कोड नंबर अलग-अलग होने से छात्र भ्रमित हो गए हैं। छात्रों को समझ नहीं आ रहा था कि कौन सा नंबर लिखें। यह देखा गया कि छात्रों ने गलती की, क्योंकि हॉल टिकट और प्रश्न पत्र पर दो अलग-अलग नंबर थे।
एलएलबी के छात्रों की कल वैकल्पिक विवाद समाधान प्रणाली की परीक्षा थी। कुल ६० अंकों की परीक्षा के लिए छात्रों को दो घंटे का समय दिया गया था। परीक्षा देते समय छात्रों ने देखा कि विषय कोड और पेपर कोड अलग-अलग थे। छात्र संशय में हो गए और सोच में पड़ गए कि उत्तर पुस्तिका में कौन सी संख्या दर्ज की जाए? परीक्षा केंद्र पर भी छात्रों को समय पर इस विषय पर निर्देश नहीं मिले। इस गलती का एहसास होने के बाद छात्रों से सिर्फ पीआरएन नंबर और मीटिंग नंबर लिखने को कहा गया। कुछ को कुछ परीक्षा केंद्रों पर नए सिरे से उत्तर पुस्तिकाएं लिखने को कहा गया। पता चला है कि कुछ कॉलेजों से छात्रों को नंबर नहीं लिखने की हिदायत दी गई है। बता दें कि एलएलबी परीक्षा की घोषणा के बाद से ही तरह-तरह के कारणों से असमंजस की स्थिति बनी हुई है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) युवासेना की ओर से इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और इस गड़बड़ी को तुरंत बंद करने की मांग की गई है। विषय कोड और पेपर कोड की गलत छपाई से पेपर चेकिंग के दौरान और भ्रम पैदा होने की संभावना है। उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में देरी हो सकती है। युवासेना संयुक्त सचिव एड. संतोष धोत्रे ने यह व्यक्त किया है।