सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में कांग्रेस विपक्ष का नेता नहीं चुन सकती है तो देश क्या चलाएगी? ऐसा बयान देने वाले मंत्री दीपक केसरकर को कांग्रेस ने आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस ने स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के इस बयान को बचकाना और बेहद हास्यास्पद बताते हुए कहा कि केसरकर हमें न सिखाएं कि देश वैâसे चलाना है। सरकार वैâसे चलाना है। देश और राज्य की जनता यह समझ चुकी है कि पीएम मोदी देश नहीं चला पा रहे हैं और राज्य में एकनाथ शिंदे सरकार नहीं चला पा रहे हैं। उन्हें अपनी-अपनी असक्षमता पर मंथन करना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने केसरकर को चेताते हुए कहा कि केसरकर जैसे लोगों को कांग्रेस को देश चलाना नहीं सिखाना चाहिए क्योंकि कांग्रेस को पता है कि देश और सरकार वैâसे चलाना है। कांग्रेस ने ६० साल से अधिक समय तक केंद्र और विभिन्न राज्यों में सरकारें चलाई हैं। उसे बेहतर अनुभव है। केसरकर को समझ जाना चाहिए कि लोग समझते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश नहीं चला सकते और एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र नहीं चला सकते।
अनपढ़ हैं दीपक केसरकर
मंत्री दीपक केसरकर पर निशाना साधते हुए अतुल लोंढे ने आगे कहा कि केसरकर शिक्षा मंत्री हैं और उन्होंने अपने बयान से दिखा दिया है कि वे कितने अनपढ़ हैं। कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन के ५५ दिन बाद भी भारतीय जनता पार्टी अभी तक विपक्ष का नेता नहीं चुन पाई है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्या कहा जाए? महाराष्ट्र में मविआ की सरकार को गिराने के बाद यह गद्दारों की सरकार ४० दिनों तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं कर सकी। हालांकि, शिंदे सरकार को एक साल हो गया है, लेकिन वे राज्य के सभी जिलों के लिए संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति नहीं कर पाए हैं। प्रत्येक मंत्री के पास छह जिलों का प्रभार है। लोंढे ने कहा कि लोग इतना जानते हैं कि शिंदे गुट महाराष्ट्र नहीं चला सकता और नरेंद्र मोदी देश नहीं चला सकते, इसलिए डर के कारण केसरकर यह बातें कह रहे हैं।