• तोड़फोड़, पथराव, पुलिस का लाठीचार्ज
• भय और तनाव के बीच इंटरनेट सेवा बंद
सामना संवाददाता / कोल्हापुर
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में कुछ युवकों के स्टेटस पर औरंगजेब की तस्वीर लगाने के कारण कल कोल्हापुर धधक उठा। स्टेटस लगाए जाने के विरोध में और युवकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने छत्रपति शिवाजी चौक पर धरना प्रदर्शन किया। तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रण में लाने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी बरसाए। इस घटना के बाद लोगों के बीच चर्चा होने लगी है कि मुंबई मनपा और २०२४ में होनेवाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र को जलाने की साजिश के तहत यह सब किया जा रहा है।
मोबाइल पर औरंगजेब का स्टेटस रखने पर कोल्हापुर में हिंदू संगठन आक्रामक हो गए हैं। शहर के विभिन्न हिस्सों में तोड़फोड़, आगजनी और पथराव की घटनाओं से तनाव फैल गया है।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए खुद पुलिस महानिरीक्षक को सड़कों पर आना पड़ा है। इस घटना के बाद से नागरिक दहशत में हैं। एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा को कल तक के लिए बंद कर दिया गया है और जिलाधिकारी ने १९ जून तक जिले में प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है।
नगर में उर्स जुलूस में औरंगजेब का एक पोस्टर दिखाया गया था। कोल्हापुर के लक्ष्मीपुरी इलाके के कुछ कॉलेज छात्रों द्वारा जुलूस का वीडियो अपने मोबाइल फोन पर वायरल किए जाने का मामला मंगलवार को सामने आया था। इसलिए बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद सहित कई हिंदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ता संबंधितों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। पुलिस से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर लक्ष्मीपुरी, सीपीआर चौक और दसरा चौक इलाकों में प्रदर्शन किए गए। कुछ ठेले और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। कुछ घरों और पूजा स्थलों पर भी पथराव किए जाने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। विवादित स्टेटस रखनेवालों के विरोध में और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा कल कोल्हापुर बंद का आह्वान किया गया। इस बंद के दौरान तनाव बढ़ गया।
बड़ी संख्या में भीड़ बस्ती में घुसी और…
छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर सुबह करीब नौ बजे विभिन्न हिंदू संगठनों के हजारों कार्यकर्ता जमा हो गए। विभिन्न हिस्सों से बंद का आह्वान करते हुए कार्यकर्ता साथ आ रहे थे। लव जिहाद के खिलाफ पोस्टर लेकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की जा रही थी। इस बीच एक बड़ी भीड़ पड़ोस की कॉलोनी में घुस गई। मोर्चे का नेतृत्व कर रहे कुछ नेताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद माहौल और खराब हो गया।
-बंद के चलते कल हर जगह कारोबार ठप था। बिंदु चौक, महाद्वार रोड आदि जगहों पर तोड़फोड़ की घटनाएं हुर्इं। इसके बाद पूरे दिन तनाव का माहौल रहा। विशेष पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी, जिला पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित सहित वरिष्ठ अधिकारी इस तनाव को नियंत्रण करने में जुटे थे।
देर से जागा प्रशासन
विवादित पोस्ट रखने से दोनों धर्मों के बीच दरार पैदा हो गई है। इसलिए एक आपत्तिजनक पोस्ट को वायरल होने से रोकने और कानून-व्यवस्था को और बिगड़ने से रोकने के लिए, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट भगवान कांबले ने जिले में १९ जून की रात ८ बजे तक महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धाराओं के तहत निषेधाज्ञा जारी किया है। मंगलवार शाम कोल्हापुर शहर में दंगे जैसे हालात हो गए। हिंदुत्ववादी संगठनों ने कल कोल्हापुर बंद रखने का आह्वान किया था। जिला प्रशासन से उम्मीद की जा रही थी कि वह तुरंत कार्रवाई करेगा और एक प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करेगा, पर ऐसा नहीं हुआ। आज बंद के हिंसक होने के बाद प्रशासन की नींद खुली है।
अफवाहों पर विश्वास न करें: जिलाधिकारी
शहर में स्थिति को नियंत्रित कर रहे हैं और प्रशासन पूरे जिले पर कड़ी नजर रख रहा है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल मुहैया कराया जा रहा है। इसलिए सभी को तैयार रहना चाहिए। सोशल मीडिया के माध्यम से पैâली किसी भी अफवाह पर नागरिकों को विश्वास नहीं करना चाहिए। जिलाधिकारी राहुल रेखावार ने सभी से शहर व जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। पथराव की घटना के बाद कलेक्टर रेखावर ने तनावग्रस्त इलाके का निरीक्षण किया।
दंगा भड़कानेवाले पर होगी कार्रवाई -पुलिस महानिरीक्षक
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों का शिकार नागरिक न बनें। साथ ही बेवजह घर से बाहर न निकलें और भीड़ में शामिल होने से बचने का आह्वान पुलिस महानिरीक्षक सुनील फुलारी ने किया है। उन्होंने बताया कि शहर में स्थिति नियंत्रित है। किसी भी तरफ से दंगा भड़काने की कोशिश करनेवालों पर कार्रवाई करने की बात उन्होंने कही है।
महिलाओं के हाथों में तलवारें
भीड़ द्वारा कुछ घरों पर पथराव किया गया। उसके बाद मनपा के बगल में स्थित पूजा स्थल पर पथराव से माहौल गरम हो गया। एक और भीड़ ने अकबर मोहल्ला की ओर कूच किया। कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की, दोपहिया वाहनों को निशाना बनाया गया जबकि कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए। इस बार दोनों ओर से पथराव हुआ। कुछ औरतें तलवारें लेकर आगे आर्इं। इससे स्थिति और भी विस्फोटक हो गई। इसलिए पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे। भीड़ के तितर-बितर होने के बाद सड़कें, र्इंट-पत्थरों से पटी पड़ी थीं। पथराव और लाठीचार्ज में एक पुलिस अधिकारी समेत कई लोग घायल हो गए।