सामना संवाददाता / मुंबई
‘बेस्ट’ में अनुकंपा के आधार पर भर्ती के लिए गरीब कर्मचारियों के सैकड़ों योग्य उम्मीदवार वर्षों से वेटिंग पर हैं, लेकिन बेस्ट प्रशासन ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की अनुबंध के आधार पर भर्ती प्रक्रिया जारी रखी थी, जिसे लेकर शिवसेना के नेतृत्व में बेस्ट प्रशासन को गंभीर चेतावनी दी गई। जिसके बाद बेस्ट महाप्रबंधक ने विशेष बैठक बुलाकर विभिन्न विषयों पर चर्चा की और सेवानिवृत्त कर्मचारियों की संविदा भर्ती को बंद कर देने का आदेश दिया। बेस्ट महाप्रबंधक अनिल दिग्गीकर ने यह स्पष्ट किया है कि जो कर्मचारी वर्तमान में अनुबंध के आधार पर भर्ती किए गए हैं, वे केवल तीन महीने के लिए काम करेंगे। बाद में उन्हें हटा दिया जाएगा। यह जानकारी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ‘बेस्ट’ कामगार सेना के अध्यक्ष सुहास सामंत ने दी है। ‘बेस्ट’ के विभिन्न मुद्दों को लेकर ‘बेस्ट’ कामगार सेना ने महाप्रबंधक दिग्गीकर से मुलाकात की और सभी मुद्दों को हल करने की मांग की। बैठक महाप्रबंधक कक्ष में आयोजित की गई और बैठक में बेस्ट कामगार सेना द्वारा उठाए गए सवालों पर प्रशासन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। सामंत ने बताया कि महाप्रबंधक ने यह भी आश्वासन दिया कि बिजली आपूर्ति विभाग में ५७० कैजुअल कर्मचारियों को स्थायी किया जाएगा और मीटर रीडर, बिल वितरक, पूछताछ निरीक्षक, साथ ही कई तकनीकी अधिकारी, कर्मचारी रिक्तियां, १,४०० रिक्त कंडक्टर पद, परिवहन में १२५ बस निरीक्षक पद आदि विभाग में रिक्त पद शीघ्र भरे जाएंगे।
बेस्ट खरीदेगी ३,३३७ बसें
महाप्रबंधक ने इस बात पर भी सहमति व्यक्त की कि मनपा आयुक्त, महाप्रबंधक और बेस्ट वर्क्स यूनियन के बीच समझौते के अनुसार बेस्ट पहल के स्वामित्व वाली ३,३३७ बसों को शीघ्रता से लिया जाएगा।