मुख्यपृष्ठनए समाचारमत प्रतिशत और मतदान पर  बढ़ी तकरार! ...७.८३% वोट कहां से आए?...

मत प्रतिशत और मतदान पर  बढ़ी तकरार! …७.८३% वोट कहां से आए? …७५ लाख अतिरिक्त मतों ने बिगाड़ा गणित

– विपक्ष ने उठाए चुनाव आयोग पर सवाल

शाम ५ बजे तक – कुल मतदान ५८.२२%
अगले दिन के आंकड़े – कुल मतदान ६६.०५%

सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव में वोटिंग प्रक्रिया होने के बाद मतगणना में आश्चर्यचकित करने वाले आए नतीजे को लेकर चुनाव आयोग कटघरे में है। एक तरफ जहां कुल वोटों से ५ लाख अधिक वोट पड़े हैं, वहीं दर्जन भर जगहों पर ईवीएम वोटों की गिनती में फर्क सामने आए हैं। इससे मतदान प्रतिशत और मतदान पर तकरार बढ़ गई है। अब एक ताजा आंकड़े ने लोगों को चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करने को मजबूर कर दिया है। मतदान के दिन वोटिंग प्रक्रिया बंद होने के बाद ७५ लाख वोट पड़े हैं। चुनाव आयोग के अनुसार शाम ५ बजे तक ५८. २२ प्रतिशत वोटिंग हुई थी, लेकिन रात ११ बजे तक यह आंकड़ा ७.८३ प्रतिशत बढ़कर कुल ६५ प्रतिशत के पार हो गया और अगले दिन २१ नवंबर को यह ६६.०५ प्रतिशत तक पहुंच गया। इस बीच कुल ७६ लाख वोट बढ़े हैं। इतनी बड़ी संख्या में मतदान समय समाप्त होने के बाद वोट पड़ने को लेकर सवाल खड़ा हो गया है। महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने चुनाव आयोग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए उसे कटघरे में खड़ा किया है।

भाजपा और चुनाव आयोग ने मिलकर उड़ाया
लोकतंत्र का क्रूर मजाक!

चुनाव आयोग उन मतदान केंद्रों का सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेजी सबूत पेश करे। मतदान के बाद चुनाव आयोग ने हमेशा की तरह प्रेस कॉन्प्रâेंस क्यों नहीं की?’

‘भाजपा और चुनाव आयोग ने मिलकर लोकतंत्र का क्रूर मजाक उड़ाया है।’ यह कहना है कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का। पटोले कल एक प्रेस कॉन्प्रâेंस में बोल रहे थे।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी की हार के बाद प्रमुख विपक्षी नेताओं ने ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता नाना पटोले का कहना है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत के आंकड़ों में भारी अंतर दिखाई दे रहा है, जो कि एक गंभीर और चिंताजनक मामला है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मतदान के दिन शाम ५ बजे तक ५८.२२ प्रतिशत वोटिंग हुई थी, लेकिन उसी रात ११.३० बजे यह बढ़कर ६५.०२ प्रतिशत और अगले दिन २१ नवंबर को यह ६६.०५ प्रतिशत तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि यह ७.८३ फीसदी की बढ़ोतरी ७६ लाख वोटों के बराबर है। मतदान का प्रतिशत अचानक वैâसे बढ़ गया? यह सवाल हम चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं।
पटोले ने आरोप लगाया कि अगर मतदान के दौरान शाम ५ बजे के बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है, तो इसका मतलब है कि मतदान केंद्रों पर लंबी-लंबी कतारें लगी होंगी। उन्होंने चुनौती दी कि चुनाव आयोग उन मतदान केंद्रों का सीसीटीवी फुटेज और दस्तावेजी सबूत पेश करे। पटोले ने यह भी सवाल उठाया कि मतदान के बाद चुनाव आयोग ने हमेशा की तरह प्रेस कॉन्प्रâेंस क्यों नहीं की? उन्होंने कहा, ‘देशभर के विशेषज्ञ भी बढ़े हुए मतदान पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रही है।’

अन्य समाचार

प्रेम