– भाजपा के एक स्थानीय नेता पर आरोपों की बौछार
विक्रम सिंह / सुलतानपुर
अवध क्षेत्र में अति प्रतिष्ठित व श्रद्धा-सम्मान के केंद्र उदासीन पंथ के चौरासी बाबा आश्रम को लेकर नए ट्रस्ट गठन पर विवाद गहरा गया है। ट्रस्ट गठन के सूत्रधार व ट्रस्टी भाजपा काशी क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए आश्रम से जुड़े श्रद्धालुओं व ग्रामीणों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और डीएम को ज्ञापन देकर आश्रम को सरकारी देखरेख में लेने के लिए टेकओवर करने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि आश्रम के मुखिया वयोवृद्ध महान संत दत्तात्रेय चौरासी महराज की अस्वस्थता के कारण कुछ लोग वहां की सैकड़ों करोडों की बेशकीमती चल-अचल संपत्ति कब्जाने के लिए सक्रिय हैं। क्षेत्रीय एसडीएम-पुलिस उपाधीक्षक की भूमिका भी संदेहास्पद है। अतः प्रशासन ठोस कदम उठाए।
बता दें कि सुल्तानपुर के मोतिगरपुर थानांतर्गत बेलहरी गांव में सन १९६९ से ही स्थित है चौरासी बाबा आश्रम। यहां के वयोवृध्द सिद्ध महंत चौरासी बाबा के पंजाब-हरियाण आदि प्रान्तों में भी बेशकीमती भूखंडों पर आश्रम स्थित हैं। बाबा अब वयोवृद्ध होने से अस्वस्थ हैं, जबकि कुछ लोग आश्रम की संपत्ति संरक्षित रखने का हवाला देकर इसे ट्रस्ट स्वरूप देने के लिए बाबा की अध्यक्षता में प्रयासरत रहते हैं, लेकिन जब भी ऐसी कोशिश होती है विवाद उत्पन्न हो जाता है। इस बार करीब 500 करोड़ की संपत्ति हथियाने का आरोप एक भाजपा नेता पर लगाते हुए बुधवार को विवाद शुरू हुआ। एक भाजपा नेता जब महंत दत्तात्रेय चौरासी बाबा को लेकर ट्रस्ट रजिस्टर्ड कराने जयसिंहपुर तहसील पहुंचे तो मामला गरमा गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां आ गए और उप निबंधक कार्यालय के पास वाद-विवाद होने लगा। पुलिस बुलानी पड़ी, तब जाकर लोगों को रोका जा सका लेकिन विवाद थमा नहीं। इसी मुद्दे पर ग्रामीण और बाबा के अनुयायी गुरुवार को कलेक्ट्रेट जा पहुंचे और भाजपा नेता की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हुए डीएम कृतिका ज्योत्सना से सरकारी अधिकारियों के नियंत्रण में लिए जाने की मांग की।