सामना संवाददाता / मुंबई
कोरोना काल में हुई मौत के लिए जिम्मेदार तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर गैर इरादतन मामला दर्ज करने की मांग करनेवाले विरोधी दल के नेताओं को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी की उपनेता सुषमा अंधारे ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने शिवसेनापक्षप्रमुख पर आरोप करनेवालों से कई सवाल किए हैं। कोरोना काल में हुई मृत्यु के लिए उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहरानेवाले विरोधी दल के नेताओं से सवाल किया है कि उत्तर प्रदेश में गंगा नदी में कोरोना काल में शव बह रहे थे। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार मानते हुए उनके ऊपर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग तुम करोगे क्या? ऐसा सवाल सुषमा अंधारे ने पूछा है। इंटरनेट और ई-मेल के युग में पत्र लेखन की अपनी अति प्राचीन परंपरा को संरक्षित और प्रचारित कर रहे हैं, इसलिए हम पत्रों के माध्यम से आपसे संवाद करने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसा सुषमा अंधारे ने कहा है।
खारघर त्रासदी के संबंध में कम से कम चार दिन बाद आपने अपनी बात रखी..! खारघर की घटना मानव निर्मित थी, जबकि कोरोना प्राकृतिक आपदा थी। इस बात का ध्यान रखें। भारतरत्न जैसा पुरस्कार एक हॉल में दिया जाता है और पूरी दुनिया में प्रसारित किया जाता है तो महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड के लिए इतनी बड़ी भीड़ और सभा की क्या जरूरत थी? भीड़ के लिए कोई प्रशासनिक योजना क्यों नहीं थी? श्री अप्पासाहेब धर्माधिकारी की लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए शिंदे-फडणवीस सरकार ने इस भीड़ से राजनीतिक उद्देश्य पूरा करने की कोशिश की थी तो यह कहना कितना सही है कि इसका राजनीतिकरण न करें? इस प्रकार अनेक सवाल अंधारे ने विरोधियों पर दागे है।