कविता श्रीवास्तव
मुंबई
कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर पैर पसारने लगा है। एहतियात बरतने के आधिकारिक निर्देश आने लगे हैं। मौत होने की खबरें भी आ रही हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़ती बताई जा रही है। चिंता की बात यह है कि संक्रमण बढ़ने के मामले में मुंबई एक बार फिर आगे है। पिछली बार की तरह मुंबई में फिर से कोरोना न बढ़ने पाए इसके लिए अभी से कमर कसने की जरूरत है। मुंबई में पूरे देश से लोगों का लगातार आना-जाना होता है और यहां सर्वाधिक भीड़ होती है। जनसंख्या का घनत्व भी मुंबई में सर्वाधिक है। इसलिए कोरोना संक्रमण को रोकना यहां बड़ी चुनौती भी है। हालांकि, मुंबई महानगरपालिका ने भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने की हिदायत दी है। ६० वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भीड़ में जरूरी तौर पर मास्क पहनने को कहा है। अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। अस्पताल के कर्मचारियों, डॉक्टरों व मरीजों सभी को मास्क पहनना अब अनिवार्य हुआ है। साथ ही कोविड के इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों को सुव्यवस्थित और तैयार रखने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी कोविड सेंटरों का मुआयना कर रहे हैं। कोरोना की जांच के संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है। देश में इस समय कोविड-१९ संक्रमण से प्रभावितों की संख्या साढ़े सात हजार से अधिक हो गई है। महाराष्ट्र में भी कोरोना मरीजों की संख्या एक हजार के करीब पहुंच रही है। इनमें से ४५ज्ञ् तो मुंबई व आसपास ही मिले हैं। इनमें भी सर्वाधिक मरीज मुंबई में हैं। उसके बाद नई मुंबई, ठाणे, रायगढ़, पनवेल, वसई-विरार, पालघर आदि स्थानों पर भी कोरोना मरीज मिले हैं। नागपुर में गर्भवती महिलाओं में भी कोरोना संक्रमण मिले हैं। कोरोना से राज्य में एक मरीज की मौत भी हुई है। जबकि दिल्ली में पिछले दो हफ्तों में कोरोना से संबंधित मरीजों में से लगभग १५ की मौत हुई है। हालांकि, इनमें तपेदिक, वैंâसर, फेफड़ों की बीमारी आदि से संबंधित मरीज थे, जो कोरोना संक्रमण की चपेट में आए थे। अन्य राज्यों के अलावा जम्मू-कश्मीर में भी ७९ कोरोना मरीज मिले हैं। जबकि गर्मी की छुट्टियां आरंभ हुई हैं और पर्यटकों का आवागमन शुरू होने लगा है। शासन-प्रशासन और चिकित्सकों ने कहा है कि लोगों को घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है। लोगों को सतर्क रहना होगा। मास्क सभी को पहनना चाहिए। भीड़ में मास्क अवश्य पहनें। साफ-सफाई पर ध्यान दें। सर्दी, खांसी, जुकाम, फ्लू आदि की तकलीफ हो तो तुरंत इलाज कराएं। इस बीच कोरोना के वैक्सीन (टीके) की कमी भी फिलहाल महसूस की जा रही है। विभिन्न राज्यों में टीकों के स्टॉक की कमी बताई जाती है। मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए वैक्सीन की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। पहले से ही दो टीके लगवा चुके लोगों को अब बूस्टर टीके लगवाने की सलाह भी दी गई है। ऐसे में हम सबका फर्ज है कि हम शासन-प्रशासन के निर्देशों पर अमल करें। हम अपना और सभी का ख्याल रखें। जहां तक संभव हो मास्क लगाना शुरू करें। सैनिटाइजेशन पर ध्यान दें। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। किसी भी स्थिति में कोविड-१९ के संक्रमण को रोकने में आम जनता का सक्रिय सहयोग बड़ा जरूरी है। इसलिए हमें हर एहतियात बरतने चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। संक्रमण को पैâलने से रोकने के लिए सबको संयुक्त प्रयास करना होगा। क्योंकि हमारी भूल या लापरवाही संकट को बढ़ा सकती है। हम सबने लॉकडाउन का बुरा दौर झेला है। लगभग सवा दो साल पहले आए कोरोना काल ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था। कोरोना फिर से सिर उठा रहा है। इसलिए एक बार फिर हम लॉकडाउन जैसी विकट त्रासदी झेलने की नौबत न आने दें, इसका हम सबको ध्यान रखना चाहिए।
(लेखिका स्तंभकार एवं सामाजिक, राजनीतिक मामलों की जानकार हैं।)