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स्ट्रीट फर्नीचर के बहाने `मिंधे’ सरकार में भ्रष्टाचार! १२५ करोड़ रुपए के टेंडर को रद्द कर २६३ करोड़ रुपए का हुआ जारी

  • `मिंधे’ सरकार पर लग रहे आरोप
  • समर्थकों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य

रामदिनेश यादव / मुंबई
महानगर मुंबई में सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। मनपा ने पहले १,७०० करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बनाई थी, अब इसे बढ़ा दिया गया है। इस सौंदर्यीकरण योजना के तहत जहां अच्छे-खासे फुटपाथों को उजाड़ा जा रहा है, वहीं निम्न दर्जे के काम किए जा रहे हैं। इसके अलावा अब स्ट्रीट फर्नीचर लगाने का काम शुरू हुआ है। स्ट्रीट फर्नीचर की आड़ में सरकार में बैठे `मिंधे’ गुट के लोग बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। ऐसा आरोप खुलकर लगने लगा है। इस मामले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने विरोध किया है तो वहीं आम जनता भी अब इसके खिलाफ खड़ी हो गई है। लोग स्ट्रीट फर्नीचर मामले में हकीकत समझ चुके हैं। लोग सवाल उठाने लगे हैं कि आखिर क्यों लगभग डेढ़ साल पुराने स्ट्रीट फर्नीचर के १२५ करोड़ रुपए के टेंडर को रद्द कर २६३ करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया है।
क्या है मामला
मनपा ने फरवरी २०२१ में स्ट्रीट फर्नीचर लगाने के लिए १२५ करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया था, जिसके लिए कंपनी तक नियुक्त हो चुकी थी। लेकिन राज्य में `मिंधे’ सरकार आते ही और मनपा में प्रशासक नियुक्त होते ही पिछली सरकार के समय मनपा में जारी हुए इस टेंडर पर रोक लगा दी, उसे धीरे से रद्द कर दिया गया। बाद में उसकी कीमत बढ़ाकर पुन: जारी किया जा रहा है। उस १२५ करोड़ के स्ट्रीट फर्नीचर लगाने के टेंडर की कीमत अब बढ़ाकर २६३ करोड़ कर दिया गया है। इसके अलावा इसमें जीएसटी सहित अन्य मामलों पर भी गड़बड़ी की गई है। जानकारों की मानें तो इस टेंडर को धीरे-धीरे ३०० करोड़ रुपए के आस-पास पहुंचाया जाएगा।
क्यों बदला जा रहा है टेंडर?
मुख्यमंत्री `मिंधे’ की अगुवाई में मनपा प्रशासक मनमानी तरीके से पुराने टेंडर रद्द कर उसकी कीमत बढ़ाकर पुन: टेंडर जारी कर रहा है। आरोप है कि मुख्यमंत्री अपने निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर में बड़े पैमाने पर हेर-फेर करवा रहे हैं। इसके पहले भी इस प्रकार के कई मामले सामने आए हैं। कंक्रीट की सड़कों का निर्माण मामला हो या फिर कचरे की सफाई के टेंडर में वृद्धि का मामला हो, यह सब सत्ता में रहते हुए समर्थकों को लाभ पहुंचाने का ही उद्देश्य ही सार्थक किया जा रहा है।
बड़ा है घोटाला
फुटपाथ नवीनीकरण में घोटाले के बाद अब चौराहों पर मनपा की ओर से लगाए जाने वाले स्ट्रीट फर्नीचर घोटाला उजागर हुआ है। मुंबई मनपा में जब से प्रशासक नियुक्त हुए हैं, तब से कई योजनाओं में घोटाले होने की बात सामने आई है। लेकिन स्ट्रीट फर्नीचर घोटाला काफी बड़ा घोटाला है। जानकारों की मानें तो यहां सीधे १०० प्रतिशत घोटाले का अनुमान है।
`मिंधे’ सरकार के निर्देश पर घोटाला?
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता आदित्य ठाकरे ने स्पष्ट रूप से `मिंधे’ सरकार पर आरोप लगाया है कि `मिंधे’ सरकार के निर्देश पर मुंबई मनपा में घोटाले हो रहे हैं। इस मामले में भ्रष्ट `मिंधे’ सरकार के खिलाफ वे अभियान शुरू करेंगे। इससे पहले भी मुंबई में ४०० किमी तक सड़क कंक्रीटीकरण योजना में भी भ्रष्टचार होने का मामला उजागर हुआ था। अब स्ट्रीट फर्नीचर को लगाने में बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आ रहा है।
कीमत हुई दोगुनी
सौंदर्यीकरण योजना के तहत सार्वजनिक स्थानों के फुटपाथों और चौराहों पर स्ट्रीट फर्नीचर लगाया जा रहा है। इसमें सीट, बेंच रेलिंग, बोलार्ड, लीटर बींस, फूलदान आदि लगाए जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि जिस कंपनी को दो साल पहले मुंबई की ४८ सड़कों पर कांच की रेलिंग और बोलार्ड लगाने का काम १२५ करोड़ का दिया गया था, उसी कंपनी को अब इस स्ट्रीट फर्नीचर को लगाने के काम की कीमत दोगुनी कर दी गई है।

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