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भ्रष्टाचार तो बहाना है… टोटल विपक्ष निपटाना है!

सामना संवाददाता / नई दिल्ली

विपक्षी नेताओं के खिलाफ केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। ऐसा विपक्ष को डराने और कमजोर बनाने के लिए किया जा रहा है, ताकि भाजपा के रास्ते पूरी तरह से साफ हो जाएं

भाजपा अब येन केन प्रकारेण विपक्ष को निपटाने में जुट गई है। एक राणनीति बनाकर प्रमुख विपक्षी नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसके बाद उनके ऊपर केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। ऐसा विपक्ष को डराने और कमजोर बनाने के लिए किया जा रहा है, ताकि भाजपा के रास्ते पूरी तरह से साफ हो जाएं। इसके तहत एक-एक करके विपक्षी राज्यों को टारगेट बनाया जा रहा है।
ताजा मामला झारखंड का है, जहां झामुमो में दरार डाल दी गई है। औजार के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे हैं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के सबसे खास सहयोगी रहे चंपई सोरेन। पहले हेमंत सारेन को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेजा गया। तब हेमंत ने अपने सबसे विश्वासी चंपई को कुर्सी पर बैठा दिया। जेल से छूटने के बाद हेमंत वापस कुर्सी पर बैठ गए, जिससे चंपई के मन में कहीं न कहीं कुछ असंतोष पनपा। इसी असंतोष को उभारकर अब भाजपा ने झामुमो को कमजोर करने का षडयंत्र रच डाला। झारखंड में चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में भाजपा वहां झामुमो को कमजोर कर सरकार बनाने के सपने देख रही है।
इसी तरह कर्नाटक में भी सीएम सिद्धारमैया को फंसा दिया गया है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने सीएम पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। सीएम को जमीन के लेनदेन के मामले में फंसाया गया है। सिद्धारमैया सरकार आज सोमवार को राज्यपाल के मुकदमे वाले पैâसले को हाई कोर्ट में चुनौती देगी। दिल्ली में पिछले दो सालों से जो खेल चल रहा है, उसे तो पूरा देश देख रहा है। शराब घोटाले का खेल खेलकर ‘आप’ के सभी प्रमुख नेताओं को जेल भेज दिया गया। हालांकि, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जमानत मिल चुकी है पर सीएम अरविंद केजरीवाल अभी भी जेल में ही बंद हैं। ‘आप’ को बदनाम करने का कोई मौका भाजपा चूक नहीं रही। वहां भी विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं। बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव में राजद को तेजस्वी ने सबसे बड़ी पार्टी बना दिया था। मगर फिर वहां भी जमीन घोटाले समेत तमाम केसों में तेजस्वी को फंसा दिया गया। नौकरी के बदले जमीन मामले के वक्त तो तेजस्वी बच्चे थे और उन्हें कुछ भी पता नहीं था। पर अब उन्हें बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जाता है और जेल की धमकी दी जाती है। यही हाल पश्चिम बंगाल में टीएमसी के साथ है। टीएमसी के प्रमुख नेता और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को स्कूल जॉब स्वैâम में फंसाकर बार-बार ईडी के चक्कर लगवाए जाते हैं। इसके अलावा तमिलनाडु और पंजाब में अभी तक भाजपा कोई बड़ा मुद्दा नहीं ढूंढ पाई है मगर वहां के राज्यपालों ने सरकार की नाक में दम कर रखा है, जिसकी शिकायतें अदालत तक पहुंच चुकी हैं।

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