-विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार का खुलासा
सामना संवाददाता / मुंबई
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। वैसे आरटीओ का घोटाला कोई नया नहीं है। लेकिन अब अंधेरी आरटीओ का सबसे बड़ा १२५ करोड़ का घोटाला सामने आया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि यह विभाग राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अधीन है। यह घोटाला मुख्यमंत्री के नाक के नीचे हो रहा है। यह आरोप लगते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने पूरे मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
किए गए फर्जी ड्राइविंग परीक्षण
वडेट्टीवार ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार दीपक तले अंधेरा जैसा है। विधानसभा में सूचना के मुद्दे के तहत वडेट्टीवार ने आरटीओ में भ्रष्टाचार का मुद्दा उपस्थित करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। वडेट्टीवार ने कहा कि अंधेरी आरटीओ ने पिछले साल अनधिकृत वाहनों का उपयोग करके फर्जी ड्राइविंग परीक्षण किए और उसके आधार पर लगभग ७६ हजार ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए। पुणे में हुई पोर्शे कार दुर्घटना जैसे मामले ऐसे फर्जी तरीके से लाइसेंस जारी होने के कारण ही हो रहे हैं।
आरटीओ के लिए पैसा महत्वपूर्ण
दुपहिया वाहनों के ४१ हजार ३ ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए, जबकि कारों पर ३५ हजार २६१ ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए। उन्होंने तहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। लोग मरें या जिएं आरटीओ को कोई फर्क नहीं पड़ता। बस हमें भुगतान करें। आरटीओ का साफ उद्देश्य है कि आपका जीवन हमारे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। हमें सिर्फ पैसे की परवाह है, जो बहुत ही गलत है।