सामना संवाददाता / मुंबई
उपनगरीय मार्ग पर लोकल ट्रेनों को अधिक गति देने के लिए मध्य रेलवे लाइन पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस-कुर्ला के बीच पांचवां-छठा ट्रैक बिछाया जाएगा। २०१० से प्रस्तावित इस मार्ग पर एक इंच भी काम नहीं हुआ है। हालांकि, प्रोजेक्ट की लागत ५३७ करोड़ रुपए से दोगुनी होकर ८९० करोड़ रुपए हो गई है। साथ ही, इस मार्ग में कई आवासीय घर आ रहे हैं, इसलिए बड़ा सवाल यह है कि उन्हें वैâसे स्थानांतरित किया जाए। इसलिए ये रूट कब तैयार होगा, इस पर सवाल उठ रहा है।
वर्तमान में सीएसएमटी-कुर्ला के बीच चार लाइनें हैं और उनमें से एक और दो पर धीमी ट्रेनें चल रही हैं। जबकि तीसरे और चौथे रूट पर तेज लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनें चलती हैं। कुर्ला के आगे कल्याण तक पांचवी-छठीं लाइन है। लेकिन चूंकि सीएसएमटी कुर्ला के बीच नहीं है, इसलिए तेज लोकल और लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या की सीमित है। २०१० में एमआरवीसी के माध्यम से एमयूटीपी-२ के तहत सीएसएमटी-कुर्ला के बीच पांचवी व छठी लाइन बिछाने की योजना तैयार की गई थी। तब प्रोजेक्ट की लागत ५३७ करोड़ थी जोकि अब दोगुना हो गई है। मुंबई रेल विकास कॉर्पोरेशन (एमआरवीसी) ने इस प्रोजेक्ट को एमयूटीपी-२ के तहत पूरा करने की योजना बनाई थी। फिलहाल मुंबई में एमयूटीपी-३ का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है। लेकिन एमयूटीपी-२ में पांचवें व छठे रूट का काम अब तक शुरू नहीं हुआ है।