बीएचयू की रिसर्च से हुआ खुलासा
रिपोर्ट पर भड़का आईसीएमआर, भेजा नोटिस
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
कोरोनारोधी वैक्सीन कोविशील्ड के खतरनाक होने की बात हाल ही में सामने आई थी। अब पता चला है कि कोरोनारोधी दूसरी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ भी खतरनाक है। इस वैक्सीन को लगवाने वाले लोगों में ३० फीसदी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सामने आई हैं। इस बात का खुलासा बीएचयू की एक रिसर्च टीम ने किया है। इसके बाद आईसीएमआर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बीएचयू की रिसर्च टीम को कानूनी नोटिस भी भेज दिया है। आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कोवैक्सीन पर अध्ययन करने वाले बीएचयू के संस्थानों और प्रकाशित करने वाली न्यूजीलैंड की पत्रिका को अलग-अलग नोटिस भेजा है। इसमें रिसर्च से आईसीएमआर का नाम हटाने को कहा है। पत्र में कहा गया कि इस अध्ययन की प्रक्रिया अवैज्ञानिक है और यह पूर्वाग्रह से ग्रसित है। अध्ययन में निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है। यह एक छोटे से समूह पर आधारित है। ये पत्र १८ मई को लिखे गए और इनकी प्रतियां सोमवार को उपलब्ध कराई गर्इं। डॉ. बहल ने दोनों पत्रों में स्टडी से आईसीएमआर का नाम अलग करने को कहा है।