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नेटफ्लिक्स पर नकेल! … ओटीटी प्लेटफॉर्म को ‘गंदी बातों’ के लिए समन

-एनसीपीसीआर ने नाबालिगों तक ‘एडल्ट कंटेंट’ पहुंचने को गंभीरता से लिया
-अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की भी बढ़ेंगी मुसीबतें

सामना संवाददाता / मुंबई
इन दिनों ओटीटी प्लेटफॉर्म्स धड़ल्ले से बोल्ड और एडल्ट कंटेट परोस रहे हैं। आज देश में काफी बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन पहुंच चुका है। ऐसे में वे आसानी के साथ इन एडल्ट कंटेंट तक पहुंच रहे हैं। इसका सीधा असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। अब इस मामले को एनसीपीसीआर (राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग) ने गंभीरता से लिया है और नेटफ्लिक्स पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। इसके तहत इस ओटीटी पलेटफॉर्म को ‘गंदी बात’ परोसने के लिए समन जारी किया गया है। नेटफ्लिक्स को समन जारी होने से अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की मुसीबतें बढ़ने वाली हैं।
गौरतलब है कि पिछले काफी समय से ओटीटी पर अश्लील कंटेंट परोसे जाने की शिकायतें आ रही हैं। मगर अभी तक इस बारे में कोई ठोस एक्शन नहीं लिया गया था। नेटफ्लिक्स एक अमेरिकी कंपनी है। इस नेटफ्लिक्स के अलावा कई देशी ओटीटी प्लेटफॉम्स भी एडल्ट कंटेंट परोस रहे हैं। देश में इस बारे में कोई ठोस कानून न होने के कारण अश्लीलता परोसने का काम धड़ल्ले से जारी है।

देश में इस बारे में कोई ठोस कानून न होने के कारण अश्लीलता परोसने का काम धड़ल्ले से जारी है। अब भारत सरकार ने ओटीटी पर दिखाए जा रहे सेक्‍सुअल कंटेंट पर एक बार फिर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है।

फर्जी क्लिप की शिकायत
‘बिग बॉस ओटीटी ३’ में अरमान मलिक और उनकी पत्नी कृतिका के इंटिमेट होने के फर्जी क्लिप को लेकर जियो सिनेमा ने मुंबई के साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। जियो सिनेमा ने साइबर क्राइम यूनिट से मामले की जांच करने और क्लिप में छेड़छाड़ के पीछे शामिल व्यक्ति की पहचान करने में मदद करने का अनुरोध किया है।

ऑनलाइन कंटेंट को भी सेंसर
देश में नेटफ्लिक्स पर शुरू हुई वेबसीरीज सेक्रेड गेम्स से यह बहस शुरू हुई थी कि ऑनलाइन कंटेंट को भी सेंसर किया जाए। हालांकि, सिर्फ नेटफ्लिक्स ही नहीं बल्कि देसी आल्ट बालाजी और हॉटस्टार जैसे वेबपोर्टल पर भी रोज नया और तरह-तरह का अश्लील कंटेंट परोसा जा रहा है। नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, वूट, जी५ और आल्ट बालाजी जैसे करीब एक दर्जन से ज्यादा ऐसे एप चल रहे हैं।

पोक्सो एक्ट का उल्लंघन कर रहा है नेटफ्लिक्स

ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर इन दिनों काफी एडल्ट कंटेंट दिखाए जा रहे हैं। बच्चे इसे आसानी से देख ले रहे हैं। अब भारत सरकार ने ओटीटी पर दिखाए जा रहे सेक्‍सुअल कंटेंट पर एक बार फिर लगाम लगाने की तैयारी कर ली है। इस बाबत सबसे अग्रणी ओटीटी प्‍लेटफॉर्म नेटफ्ल‍िक्‍स को समन थमाया गया है। एनसीपीसीआर ने नेटफ्लिक्स को यह समन थमाया है और २९ जुलाई को पेश होने को कहा है। इस समन में नेटफ्लिक्स पर दिखाए जा रहे सेक्सुअल कंटेंट तक नाबालिगों की आसानी से पहुंच को मुद्दा बनाया गया है। यह ‘पोक्‍सो’ एक्‍ट २०१२ का उल्‍लंघन हैं। आयोग का कहना है कि बीते महीने जून की शुरुआत में भी इस बाबत ओटीटी प्‍लेटफॉर्म को चिट्टी लिखी गई थी, जिसका कोई जवाब नहीं मिला।
बता दें कि साल २०१८ से २०२४ के बीच कई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने बी-ग्रेड वेब सीरीज को स्‍ट्रीम किया। इनमें से कई सॉफ्ट पोर्न की श्रेणी में आते हैं। मामले में सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट ने ओटीटी पर रेगुलेशन के नियम लागू किए। केंद्र सरकार अब ऑनलाइन कंटेंट की निगरानी इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड रूल्स, २०२१ के तहत करती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमीशन ने सीपीसीआर एक्ट २००५ की धारा १४ के तहत नेटफ्लिक्स से जुड़े अधिकारियों को समन किया है और २९ जुलाई को उपस्थित होने को कहा है। सरकार ओटीटी प्‍लेटफॉर्म्स को सेल्‍फ रेगुलेशन के लिए प्रेरित करती है। इसके तहत ओटीटी प्लेटफॉर्म्स अपने कंटेंट का क्लासिफिकेशन करते हैं। इन्‍हें उम्र की रेटिंग देते हैं। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है तो धारा ६७, ६७ए और ६७बी के तहत सरकार को यह अध‍िकार है कि वह स्‍ट्रीम हो रहे आपत्तिजनक कंटेंट को ब्लॉक करे या फिर बैन लगाए। नेटफ्ल‍िक्‍स ने साल २००७ में पहली बार अपनी ऐप वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस शुरू की थी।

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