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65 करोड़ की लागत से बने ब्रिज में उद्घाटन से पहले पड़ीं दरारें

-भड़के ऑल इंडिया वाहन चालक मालिक संघ ने सार्वजनिक बांधकम विभाग पर घपलेबाजी का लगाया आरोप

-जांच करवाकर दोषियों को जेल भेजने की मांग

-ऑल इंडिया वाहन चालक मालिक संघ ने कहा- बिना सुरक्षा ऑडिट के ब्रिज पर से न शुरू किया जाए यातायात

योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर

पालघर जिले के वानगांव में उद्घाटन से पहले ही नवनिर्मित ब्रिज पर आई दरारों के मामले को लेकर लोग पालघर जिले के सार्वजनिक बांधकाम विभाग को खूब कोस रहे हैं, वहीं ब्रिज के कार्य को मानक विहीन बताते हुए सार्वजनिक बांधकाम विभाग के घपलेबाजी के लिए कुख्यात अफसरों पर ऑल इंडिया वाहन मालिक संघ भी भड़क गया है। ऑल इंडिया वाहन चालक मालिक संघ ने कहा कि बिना सुरक्षा ऑडिट के ब्रिज पर से यातायात शुरू न किया जाए, नहीं तो यह जानलेवा साबित होगा।
ऑल इंडिया वाहन चालक मालिक संघ के प्रवक्ता हरिवंश सिंह ने कहा कि ब्रिज पर पड़ी दरारों पर थूक पालिश कर अपने भ्रष्ट्राचार को छिपाने का भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकदार ने प्रयास किया है। ब्रिज का आईआरसी के मानक के अनुसार कार्य नहीं हुआ है। इसमें निर्माण में हुई घपलेबाजी में शामिल सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अफसरों पर केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। बता दें कि वानगांव के पूर्व और पश्चिम को जोड़ने के लिए करीब ६५ करोड़ की लागत से बनाए गए ब्रिज पर उद्घाटन से पहले ही आ गई दरारों के बाद हाहाकार मचा हुआ है। इसी बीच ब्रिज पर थूक पालिश कराने की हरकत ने सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों के खिलाफ लोगों में और आक्रोश भर दिया है।
बता दें कि पालघर जिले में इन दिनों बारिश के पानी में सड़कों के बहने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। सड़कों में पड़े गड्ढे जनता को मुंह चिढ़ा रहे हैं। लोग खराब सड़कों की वजह से दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार में टॉप कर चुके सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों पर इसका कोई असर नहीं है, जबकि पालघर के पालक मंत्री खुद रवींद्र चव्हाण है, जो कि राज्य के सार्वजनिक बांधकाम विभाग के मंत्री भी हैं,
फिर भी यहां के सार्वजनिक बांधकाम विभाग में जमकर धांधली जारी है, जिसका दुष्परिणाम लोग भुगत रहे हैं।

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