मुख्यपृष्ठनए समाचारएमपी के सबसे बड़े फ्लाईओवर में पड़ने लगी भ्रष्टाचार की दरारें ...फ्लाईओवर...

एमपी के सबसे बड़े फ्लाईओवर में पड़ने लगी भ्रष्टाचार की दरारें …फ्लाईओवर उद्घाटन के ३ दिन बाद ही फट गई सड़क!

कांग्रेस नेता ने मोहन सरकार पर उठाए सवाल
मध्य प्रदेश के जबलपुर में बन रहा राज्य का सबसे बड़ा फ्लाईओवर भ्रष्टाचार के चलते विवादों में घिर गया है। मदन महल चौक से दमोहनाका तक यह फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। यह फ्लाईओवर लगभग १,००० करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रहा है। लेकिन निर्माण कार्य में हुई लापरवाही और घटिया गुणवत्ता ने इसे विवादों में खड़ा कर दिया है। लापरवाही के आरोप के चलते चीफ इंजीनियर को हटा दिया गया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने लापरवाही को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसके बाद चीफ इंजीनियर को हटाने की कार्रवाई की गई। साथ ही, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता केपीएस राणा ने चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है, जो १५ दिन के अंदर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी।
बता दें कि हाल ही में फ्लाईओवर के एक हिस्से का उद्घाटन किया गया था, लेकिन उसके कुछ ही समय बाद सड़क में दरारें पड़ गई थीं। दरारें पड़ने का खुलासा होते ही लोक निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया था। विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने इस मामले को लेकर सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मध्य प्रदेश में ‘भ्रष्टाचार की नई इबारतें’ लिखी जा रही हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह सब भ्रष्टाचार और ‘गोलमाल’ का नतीजा है और प्रदेश के विकास के लिए बेहद चिंताजनक है।

लोगों ने की कार्रवाई की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देते हुए इसे सरकार की लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि १००० करोड़ रुपए की लागत से बने इस फ्लाईओवर में निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता की अनदेखी की गई, जो भ्रष्टाचार का संकेत है। उनके अनुसार, सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से इस परियोजना को प्रभावित किया गया।

अन्य समाचार