सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के क्रीमी स्थानों से कुशल आईपीएस अधिकारियों को हटाकर वहां ठाणे के असक्षम डिप्टी कमिश्नरों की नियुक्ति से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फणसलकर ने शुक्रवार को १५ डिप्टी कमिश्नरों की नियुक्ति की। चुनाव आयोग का हवाला देते हुए, ठाणे शहर और जिले से मुंबई में स्थानांतरित किए गए अधिकांश उपायुक्तों को मलाईदार और रणनीतिक पोस्टिंग दी गई है। एक गैर-वैâडर अधिकारी को आमतौर पर उस पद पर नियुक्त नहीं किया जाता है जो एक पॅडर पोस्ट होती है, लेकिन मुख्यमंत्री के ‘ब्लू आईज बॉय’ यानी पसंदीदा कहे जाने वाले विवादित अफसरों को वैâडर पदों पर नियुक्त किया गया है। पुलिस महकमे में बेहद ईमानदार छवि रखने वाले कुछ आईपीएस अधिकारियों को उनके कार्यकाल की समाप्ति से पहले ही अनिच्छापूर्वक स्थानांतरित कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, कुछ अधिकारियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है।
अधिकारियों की मानें तो इस अदला-बदली से मुंबई पुलिस की साख रसातल में चली जा रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जिन तीन उपायुक्तों को ठाणे से मुंबई स्थानांतरित किया गया है, उन्हें पुलिस बल में ‘लुटेरे’ के रूप में जाना जाता है। मुंबई पुलिस महकमे के अनुभवी अधिकारियों को डर है कि अगर कानून-व्यवस्था की समस्या हुई और फिर से गैंगवार छिड़ गया तो ये विवादास्पद अधिकारी मुंबई में शांति बहाल नहीं कर पाएंगे। एक अधिकारी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में अयोग्य उपायुक्तों की रणनीतिक स्थानों पर तैनाती से पुलिस बल में संदेह व्यक्त किया जा रहा है।