अमिताभ श्रीवास्तव
यूं तो यह हिंदुस्थानी रिवाज है किंतु विवाह के संदर्भ में बात की जाए तो फेरे से समझ आ जाती है इसलिए यह उस खिलाड़ी के लिए लिखा जो बिना फेरे ही बाप भी बन गया। हार्दिक पंड्या के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ था। अब इंग्लैंड के एक खिलाड़ी ने यह कर दिखाया। जी हां, इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के घर खुशियों का आगमन हुआ है। लंबे समय तक चोटिल रहने के बाद टीम में वापसी करनेवाले विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए पिता बनने की खुशखबरी दी है। जॉनी बेयरस्टो ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर लिखा, ‘मुझे आपके साथ यह खुशखबरी शेयर करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मैं और मेरी गर्लप्रâेंड ‘एडवर्ड बेयरस्टो’ के माता-पिता बन गए हैं। दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।’ वैसे यह भी दिलचस्प है कि बेयरस्टो ने अपनी गर्लप्रâेंड से शादी नहीं की है। जॉनी बेयरस्टो द्वारा शेयर की गई फोटो में साफ दिख रहा रहा है कि बेयरस्टो अपने बेटे को प्रेम में लेकर टहल रहे हैं। यह एशेज २०२३ से पहले बेयरस्टो के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। अब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक्शन में लौटने के लिए बेताब होंगे।
क्या शर्म करेगी
शर्माजी की टीम?
औपचारिकताएं हैं बस। किसी चमत्कार की उम्मीदें तो कम है। उलटे शर्मनाक रिकॉर्ड जरूर बनते जा रहे हैं। अब ऐसे फ्लॉप प्रदर्शन पर क्या शर्म करेगी रोहित शर्मा और उनकी टीम? शायद नहीं करेगी क्योंकि हर पराजय पर कोई न कोई बहानेभरी बयानबाजी कर इस लानत भरी हार को पचा लिया जाएगा। क्योंकि ये सारे आईपीएल उस्ताद लगता है मोटी चमड़ी के हैं। अब देखिए न टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में शुरुआती ४ विकेट ७१ रन के स्कोर पर ही गवां दिए थे, रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली पूरी तरह फ्लॉप रहे। हमारे टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब टॉप-४ के सभी बल्लेबाजों ने दहाई का आंकड़ा पार किया, लेकिन २० रन का आंकड़ा कोई भी पार नहीं कर सका। रोहित शर्मा ने २६ गेंदों पर १५, शुभमन गिल ने १५ गेंदों पर १३, चेतेश्वर पुजारा ने २५ गेंदों पर १४ और विराट कोहली ने ३१ गेंदों पर १४ रन बनाए। अभी तो और भी ऐसे रिकॉर्ड बननेवाले हैं।
वाह मुचोवा!
प्रâेंच ओपन में उलट-फेर हुआ। आवाज गूंजी वाह मुचोवा। जी हां, चेक रिपब्लिक की गैर वरीय खिलाड़ी वैâरोलिना मुचोवा ने दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी आरिना सबालेंका को ७-६, ६-७, ७-५ से हराकर पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। सबालेंका चौथी बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंची थीं और इस बार भी वह इस बाधा को पार नहीं कर सकीं। मुकाबले में मुचोवा ने पहले सेट के पहले ही गेम में सबालेंका की सर्विस तोड़कर जबरदस्त शुरुआत की। इसके बाद हालांकि, सबालेंका ने भी लगातार दो गेम जीतकर बराबरी हासिल की। अंत में मुकाबला टाईब्रेकर में पहुंचा जहां मुचोवा ने बाजी मारी। दूसरा सेट भी टाईब्रेकर में पहुंचा और इस बार बाजी सबालेंका के हाथ लगी। तीसरे सेट में सबालेंका ने शुरुआत में दबदबा बनाया और वह एक समय ५-२ से आगे थी, लेकिन यहां से मुचोवा ने लगातार पांच गेम जीतकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)