अमिताभ श्रीवास्तव
क्या ऑस्ट्रेलिया के मशहूर क्रिकेटर शेन वॉर्न की मौत कोरोना के टीके के कारण हुई थी? ये सवाल इन दिनों पूरे विश्व की मीडिया पटल पर कौंध रहा है। दरअसल, एक डॉक्टर ने यह बयान देकर सबको चौंका दिया है। ब्रिटेन में रहनेवाले हिंदुस्थानी मूल के अग्रणी हृदय रोग विशेषज्ञ तथा एक ऑस्ट्रेलियाई चिकित्सक ने कहा कि उन्हें आशंका है कि ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर शेन वॉर्न की पिछले साल अचानक मौत का कारण कोविड का एमआरएनए टीका हो सकता है, जो उन्होंने मृत्यु से लगभग नौ महीने पहले लगवाया था। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. असीम मल्होत्रा एवं ऑस्ट्रेलियन मेडिकल प्रोफेशनल्स सोसाइटी (एएमपीएस) के अध्यक्ष डॉ. क्रिस नील ने कहा कि ५२ वर्षीय वॉर्न के पोस्टमार्टम निष्कर्षों से ‘कोरोनरी एथेरोस्क्लेरोसिस’ या हृदय रोग का पता चला है। उन्होंने कहा कि उनके शोध से पता चलता है कि कोविड के एमआरएनए टीके से ‘कोरोनरी’ रोग तेजी से बढ़ता है, विशेष रूप से उन लोगों में जिन्हें पहले से ही हल्का हृदय रोग हो।
कैच छूटा मैच छूटा
एक कैच जीते हुए मैच को हार में बदल सकता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण एशेज के पहले टेस्ट मैच में देखने को मिला, जब
ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को अंतिम दिन के अंतिम समय पराजित कर दिया। दरअसल, वर्ल्ड क्रिकेट के बेहतरीन फील्डरों में शुमार बेन स्टोक्स ने ऑस्ट्रेलियाई पारी के ८४वें ओवर की दूसरी गेंद पर नाथन लियोन का वैâच टपका दिया। नाथन लियोन उस समय दो रन के निजी स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे। नाथन लियोन का ये वैâच ड्रॉप करना बेन स्टोक्स और इंग्लैंड की टीम को भारी पड़ गया। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दो विकेट से मैच हारकर नाथन लियोन का वैâच ड्रॉप करने की कीमत चुकाई। नाथन लियोन को जब यह जीवनदान मिला तब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए ३७ रनों की और दरकार थी, लेकिन नाथन लियोन ने २८ गेंदों में १६ रन जड़कर इंग्लैंड को हार दे दी। ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन लियोन और पैट कमिंस की नाबाद ५५ रनों की पार्टनरशिप ने मैच का पासा पलट दिया।
तेज शतक का सिकंदर
दुनिया में तेज शतक लगानेवाले बहुत कम हैं न। इसीलिए जब भी कोई लगाता है, उसे क्रिकेट विश्व सलाम ठोकता है। अब देखिए न, एक नया शतक सिकंदर आया है। नाम है सिकंदर रजा। आईसीसी क्रिकेट विश्व कप क्वॉलिफायर २०२३ के ५वें मैच में जिम्बाब्वे ने नीदरलैंड के खिलाफ ६ विकेट रहते धमाकेदार जीत हासिल की। नीदरलैंड ने ६ विकेट खोकर ३१६ रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन सिकंदर रजा के तूफानी शतक के आगे यह कम साबित हो गया। सिकंदर ने ५वें नंबर पर आते हुए ५४ गेंदों में नाबाद १०२ रनों की पारी खेली, जिसमें ६ चौके व ८ छक्के शामिल रहे। इसी के साथ उन्होंने नया इतिहास रच दिया। सिकंदर अब जिम्बाब्वे के लिए वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। जिम्बाब्वे जब जीत से महज ३ रन दूर था तो सिकंदर को शतक के लिए ४ रन की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने ४१वें ओवर की ५वीं गेंद पर वान वीक को छक्का लगाकर न सिर्फ टीम को जीत दिलाई, बल्कि अपना शतक भी ५४ गेंदों में पूरा कर लिया।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)