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क्रिकेट-विकेट : क्यों जलते हैं जलज से?

अमिताभ श्रीवास्तव

यह ईर्ष्या ही है, जलन ही है शायद जो जानते बूझते नजरअंदाज किया जाता है। बात यदि टीम इंडिया में शामिल करने की हो तो भी बात मान ली जाए, मगर यह सिलेक्शन तो दिलीप ट्रॉफी के लिए है, जिसमें जानबूझकर खिलाया नहीं गया। बावजूद, इसके कि उसने रणजी में सबसे ज्यादा विकेट ले रखे हैं। है न ईर्ष्या या हुनर को खत्म करने का इरादा। जो हो पर ये एक खिलाड़ी के लिए सबसे बुरा क्षण है। केरल के स्टार ऑलराउंडर जलज सक्सेना ने पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में अपनी दमदार गेंदबाजी से जमकर सुर्खियां बटोरी थी। वह पिछले सीजन एलीट ग्रुप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थे। गौरतलब है कि इसके बाद भी उनका दिलीप ट्रॉफी में चयन नहीं हुआ। इसे देखकर खिलाड़ी काफी ज्यादा निराश है, जिसके चलते उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। दरअसल, भारत की डॉमेस्टिक क्रिकेट लीग दिलीप ट्रॉफी का आयोजन होनेवाला है, जिसके लिए टीम भी अनाउंस हो गई है। जलज इस लीग में साउथ जोन के लिए खेलते हुए नजर आते। लेकिन उनको चयनकर्ताओं ने स्क्वाड में शामिल नहीं किया। क्यों नहीं किया, कोई संतोषजनक उत्तर नहीं है।
वॉर्नर ने किया वीरू को पीछे
ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वार्नर ने वीरेंद्र सहवाग को पीछे कर दिया है। जी हां, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए वीरू का रिकॉर्ड तोड़ा। वॉर्नर टेस्ट में बतौर ओपनर सबसे ज्यादा रन बनानेवाले पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं। सहवाग ने टेस्ट में बतौर ओपनर कुल ८,२०७ रन बनाए थे। अब वॉर्नर उनसे आगे निकल गए हैं। वॉर्नर के नाम अब  टेस्ट में ओपनर के तौर पर कुल ८,२०८ रन दर्ज हो गए हैं। वहीं, इस मामले में पहले नंबर पर इंग्लैंड के एलिस्टर कुक हैं। कुक ने बतौर ओपनर टेस्ट में ११,८४५ रन बनाए हैं। दूसरे नंबर पर महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर हैं। गावस्कर ने टेस्ट में ९,६०७ रन बनाए हैं, वहीं तीसरे नंबर पर ग्रीम स्मिथ हैं। साउथ अप्रâीका के पूर्व कप्तान ने बतौर ओपनर टेस्ट में ९,०३० रन बनाए हैं, इसके अलावा मैथ्यू हेडन ८,६२५ रन अपने टेस्ट करियर में बतौर ओपनर बनाने में सफल रहे थे। इसके बाद वॉर्नर का नंबर आता है।
चीन में चली भवानी की तलवार
हिंदुस्थान अब तलवारबाजी में भी आगे बढ़ने लगा है। उसके पास जब भवानी देवी नामक खिलाड़ी है तो समझा जा सकता है कि देश का भविष्य उज्जवल है। अब देखो न चीन में भवानी की तलवार कुछ ऐसी चली कि उनके खाते में कांस्य पदक आ गिरा। जी हां, ओलंपियन सीए भवानी देवी ने चीन के वुक्सी में एशियाई तलवारबाजी चैंपियनशिप में पदक जीता। सेमीफाइनल में भवानी को उज्बेकिस्तान की जेनाब डेयिबेकोवा के खिलाफ कड़े मुकाबले में १४-१५ से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देश के लिए पहला पदक सुनिश्चित किया। भवानी ने क्वॉर्टर फाइनल में जापान की गत विश्व चैंपियन मिसाकी एमुरा को १५-१० से हराकर उलटफेर किया था। मिसाकी के खिलाफ यह भवानी की पहली जीत थी। इससे पहले उन्होंने जापान की खिलाड़ी के खिलाफ अपने सभी मुकाबले गंवाए थे। भवानी को राउंड ऑफ ६४ में बाई मिली थी, जिसके बाद अगले दौर में उन्होंने कजाखस्तान की डोस्पे करीना को हराया। भारतीय खिलाड़ी ने प्री-क्वॉर्टर फाइनल में भी उलटफेर करते हुए तीसरी वरीय ओजाकी सेरी को १५-११ से हराया।

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