सामना संवाददाता / मुंबई
विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के मामले में अपने विधायकों के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान ने उल्टा गेम शुरू कर दिया है। इसके मुताबिक इन विधायकों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। इसकी भनक लगते ही क्रॉस वोटिंग करनेवाले विधायक डर गए हैं। इस बीच कांग्रेस विधायक हीरामन खोसकर ने एक बार फिर दावा किया है कि क्रॉस वोटिंग मामले में वे निर्दोष हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात से मुलाकात की और पूरा घटना क्रम बताया है। अब हीरामन खोसकर प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले से मिलकर उनके सामने अपना पक्ष रखने वाले हैं और क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के नाम उजागर करेंगे। इसके साथ ही खोसकर ने कहा है कि अगर विधानसभा का टिकट नहीं देना है तो न दें, लेकिन इस तरह का आरोप न लगाएं।
कांग्रेस विधायक हीरामन खोसकर ने कहा है कि मैंने शत-प्रतिशत क्रॉस वोटिंग नहीं की है। मैंने मिलिंद नार्वेकर को वोट दिया था। उन्होंने कहा कि मैं आज भी कांग्रेस के साथ हूं, कल भी पार्टी के साथ ही रहूंगा। मैं कांग्रेस पार्टी द्वारा लिए गए निर्णय से सहमत हूं। उन्होंने कहा कि मैंने बालासाहेब थोरात को सारी बातें बताई हैं। ऐसे में अब नाना पटोले से मिलने मुंबई आ रहा हूं। वे वरिष्ठ नेता हैं, उनके सामने मैं एक बार फिर अपना पक्ष रखने जा रहा हूं।
कांग्रेस हाईकमान की अलग चाल
शुरुआत में चर्चा थी कि विधान परिषद चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही इन विधायकों को पार्टी से निकाला जाएगा। हालांकि, अब सियासी गलियारे में चर्चा है कि क्रॉस वोटिंग कर गद्दारी करनेवाले इन विधायकों को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने अलग चाल चली है। कांग्रेस आलाकमान ने क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर सीधी कार्रवाई करने के बजाय उन्हें नजरअंदाज करने और विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं देने का आदेश दिया है। माना जा रहा है कि आलाकमान ने नाना पटोले को पांच विधायकों को टिकट न देने के लिए कहा है। इन पांचों विधायक क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी की ओर से नए चेहरों को मौका दिया जाएगा।
कांग्रेस के रडार पर ये संदिग्ध विधायक
सुलभा खोडके- अमरावती, जीशान सिद्दीकी-बांद्रा पूर्व, हीरामन खोसकर- इगतपुरी (अ.जा), जितेश अंतापूरकर- देगलूर, (अ.जा), मोहन हंबर्डे- नांदेड दक्षिण का समावेश है।