सामना संवाददाता / मुंबई
साइबर क्राइम से जुड़े अपराधों को नियंत्रित करने और जागरूकता के लिए मुंबई पुलिस कई अभियान चला रही है। इसके बावजूद मीम्स, स्पूफिंग मेल, फेक कस्टम अधिकारी बनकर ठगी, महंगे गिफ्ट के नाम पर धोखाधड़ी, नौकरी, निवेश और क्रिप्टो-करंसी से जुड़े साइबर अपराधों में इस साल की पहली तिमाही में इजाफा देखा गया है। मुंबई पुलिस के विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले साल की तुलना में इस साल इन मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुंबई पुलिस के अनुसार, वर्ष २०२३ में फिशिंग के १३ मामलों की तुलना में २०२४ में २२ मामले दर्ज किए गए, वहीं नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी के साल २०२४ में १५८ मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि २०२३ में मात्र ६५ मामले सामने आए थे। साथ ही निवेश धोखाधड़ी के भी २०२४ में १७० मामले सामने आए, जबकि २०२३ में २३ मामले दर्ज हुए थे।