- जीआरपी अधिकारी, यात्रियों ने की जल्द शुरू करने की मांग की
- भीड़ बढ़ने पर रस्सियों का लेना पड़ता है सहारा
अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
दादर के मध्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या १ के छोटे होने का मुद्दा `दोपहर का सामना’ द्वारा लगातार उठाया जा रहा है। इसी बीच रेलवे द्वारा प्लेटफॉर्म संख्या १ के चौड़ीकरण की योजना बनाई गई है लेकिन यह कार्य मानसून के बाद शुरू होने वाला है। इस मामले में दादर जीआरपी आधिकारी स्मिता ढाकने ने कहा कि रेलवे को यह कार्य जल्द से जल्द शुरू करना चाहिए।
दरअसल, कई वर्षों से प्लेटफॉर्म छोटा होने की वजह से जीआरपी कर्मियों द्वारा रस्सी के सहारे भीड़ को रोकने का काम चल रहा है। कई बार दुर्घटनाएं भी हुर्इं हैं, जिसकी वजह से व्यस्ततम समय में अनेक जीआरपी कर्मियों को भीड़ संभालने के लिए लगाया जाता है। ऐसा कई बार हुआ है कि प्लेटफॉर्म पर ज्यादा भीड़ होने की वजह से ब्रिज के ऊपर रस्सी लगाकर लोगों को नीचे आने से रोकना पड़ता है।
अगर रेलवे को काम शुरू करना है तो मानसून से पहले ही शुरू कर देना चाहिए, ताकि कोई भी व्यक्ति मॉनसून के समय दुर्घटना का शिकार न हो। कल की हुई भीड़ साफ दर्शा रही थी कि मानसून तक रुकने का समय नहीं है।
-स्मिता ढाकने, जीआरपी पीएसआई
कलशाम वीकेंड होने के कारण मैं अपने भाई-बहनों से मिलने मौसी के घर जा रहा था, जिसके लिए मुझे प्लेटफॉर्म नंबर १ से ट्रेन पकड़ने थी। भीड़ इतनी थी कि मुझे २-३ ट्रेन छोड़नी पड़ीं। प्लेटफॉर्म की चौड़ाई सही मायने में शाम को होने वाली भीड़ को संभालने योग्य नहीं है।
-राहुलदास, यात्री, मुलुंड
जब सामन्य यात्रा करने वालों को इतनी तकलीफ हो रही है तो दिव्यांगजनों को अत्यधिक तकलीफ से गुजरना पड़ रहा होगा। यह बात मध्य रेलवे को समझना चाहिए। भीड़ में दिव्यांगों को चढ़ना कितना मुश्किल होता होगा। रेलवे मॉनसून के पहले प्लेटफॉर्म संख्या १ के काम को जल्द शुरू करे।
-समीर झावेरी, सोशल एक्टिविस्ट
रेलवे ब्रिज कनेक्टिविटी बढ़ाने की है जरूरत
दादर मध्य रेलवे के प्लेटफॉर्म संख्या १ आइलैंड प्लेटफॉर्म है, इस प्लेटफॉर्म को अगर चौड़ा करने की बजाय उत्तर की तरफ लंबा किया जाए तो प्लेटफॉर्म पर ब्रिज को कनेक्ट करने का मौका मिलेगा, जिससे भीड़ भी कम होगी और लोगों को अन्य ब्रिजों की सुविधा मिलेगी।