ठंडे बस्ते में डाली उद्धव ठाकरे की 13 योजनाएं
सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव में हार के बाद एनसीपी अजीत पवार गुट में तनाव काफी बढ़ गया है। मंत्री छगन भुजबल नासिक से लोकसभा का टिकट कटने से जहां नाराज हैं, वहीं अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को राज्यसभा में भेजे जाने से उनकी नाराजगी और बढ़ गई है, क्योंकि भुजबल की राज्यसभा में जाने की प्रबल इच्छा थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अजीत पवार के सहयोगी और राज्य में मंत्री छगन भुजबल काफी खफा बताए जा रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल के इस समय पार्टी छोड़ने की चर्चा चल रही है। कहा जाता है कि अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में प्रवेश कर सकते हैं, ऐसे में एनसीपी से अलग होकर अजीत दादा ने भले ही नया गुट बना लिया है, लेकिन उनके दुखड़े बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने एनसीपी का टुकड़ा किया अब उनके गुट में भी टुकड़े होने का खतरा बन गया है। उनके सहयोगी व राज्य के मंत्री छगन भुजबल नई पार्टी बनाने की तैयार में है।
सूत्रों के अनुसार, भुजबल अपनी पार्टी बनाने सहित कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अपनी पुरानी पार्टी में शामिल होना चाहते है।
चर्चा है कि छगन भुजबल लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने के बाद अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के राज्यसभा सीट के लिए चुने जाने से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार हाल ही में लोकसभा चुनाव में हार गई थीं, लेकिन उन्होंने राज्यसभा सीट के लिए नामांकन किया है।