• बिहार में आरजेडी को दबाने का प्रयास
• तेलंगाना में बीआरएस पर नकेल
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
विपक्षी एकता को ध्वस्त करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। इस मिशन के तहत उत्तर से दक्षिण तक केंद्र का दमन चक्र चल रहा है। एक तरफ जहां बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर सीबीआई ने तो दूसरी तरफ तेलंगाना के सीएम केसीआर की बेटी के. कविता पर ईडी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। असल में ऐसा करके जहां भाजपा बिहार में राजद को, तो वहीं तेलंगाना में बीआरएस पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि इन दोनों दलों से जुड़े नेताओं को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
बता दें कि तेजस्वी को नौकरी के बदले जमीन घोटाला तो कविता को दिल्ली शराब नीति के मामले में घेरा गया है। सीबीआई ने तेजस्वी को कल शनिवार को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित हेड क्वार्टर में बुलाया था। हालांकि, तेजस्वी यादव सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी अपनी पत्नी के खराब स्वास्थ्य के कारण सीबीआई के समक्ष हाजिर नहीं हुए। दूसरी तरफ ईडी की ओर से हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्र पिल्लई की गिरफ्तारी के बाद के. कविता की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। ईडी ने के. कविता को बुरी तरह से अपने लपेटे में ले लिया है।
केंद्र सरकार विपक्षी एकता को तोड़ने के लिए भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर राजद और बीआरएस के नेताओं की गिरफ्तारी कर सकती है। इसके लिए सीबीआई और ईडी एक्शन में आ गई है। इन दोनों ही एजेंसियों के निशाने पर फिलहाल राजद नेता व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और तेलंगाना के सीएम की बेटी के. कविता हैं।
बता दें कि ईडी ने शुक्रवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिजनों और रिश्तेदारों के आवास पर छापेमारी कर उनसे लंबी पूछताछ की। लालू की तीन बेटियों के अलावा तेजस्वी यादव के घर पर भी ईडी ने छापेमारी की और करीब १२ घंटे तक परिजनों से पूछताछ की। बता दें कि जमीन के बदले नौकरी ‘घोटाला’ मामले में लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने पहले लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी। अब तेजस्वी यादव को समन भेजा गया है। सीबीआई ने तेजस्वी यादव को इस मामले में दूसरी बार समन भेजा है।
उधर ईडी के हवाले से जो खबरें आ रही हैं, उससे दिल्ली शराब नीति से जुड़े केस में के. कविता के तार गंभीरता से जुड़ते नजर आ रहे हैं। ईडी ने ११ मार्च को के. कविता से पूछताछ भी की है। सवाल उठ रहा है कि दिल्ली आबकारी नीति घोटाले केसीआर की बेटी के ऊपर, जिस तरह से ईडी का शिकंजा लगातार बढ़ता जा रहा है, क्या उसके पीछे कोई सियासी मायने भी हैं? ये सवाल इसलिए भी राजनीतिक गलियारों की सुर्खियां बनी हुई हैं क्योंकि इस साल नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश, राजस्थान के साथ तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। जहां तक राजद प्रमुख से जुड़े केस का सवाल है तो सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि इससे पहले तेजस्वी यादव को ४ फरवरी को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था और इसके लिए बाकायदा उन्हें समन भेजा गया, लेकिन विधानसभा सत्र चलने का हवाला देकर वो दिल्ली नहीं आए। अब उन्हें फिर से पूछताछ के लिए समन भेजा गया है।
मेरी गर्भवती भाभी ने क्या अपराध किया है?
लालू प्रसाद की सिंगापुर में रहनेवाली बेटी रोहिणी आचार्य भी ईडी द्वारा तेजस्वी यादव के घर पर की गई छापेमारी से बेहद नाराज दिखीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकालते हुए कहा, ‘हम इस अन्याय को याद रखेंगे। सब कुछ याद रखा जाएगा। मेरी बहनों के छोटे बच्चों ने क्या अपराध किया है? मेरी गर्भवती भाभी ने क्या अपराध किया है? सभी को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है? सभी को आज सुबह से प्रताड़ित किया जा रहा है। एकमात्र इन लोगों का अपराध यह है कि लालू-राबड़ी परिवार फासीवादियों और दंगाइयों के सामने कभी नहीं झुका। इसका जवाब समय आने पर मिलेगा। अब यह सब असहनीय होता जा रहा है।’
तेजस्वी की पत्नी हुई बेहोश!
लंबी पूछताछ की वजह से तेजस्वी यादव की गर्भवती पत्नी को ब्लड प्रेशर की दिक्कत हो गई और वे बेहोश हो गर्इं। इसके बाद उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।