– एक की हुई एंजियोप्लास्टी
– २,०१८ को लेनी पड़ी मेडिकल सहायता
सामना संवाददाता / मुंबई
रविवार को आयोजित मुंबई मैराथन ने कई लोगों को अस्पताल की डगर दिखा दी। बताया गया है कि दौड़ते समय बिगड़ी तबीयत के चलते २७ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जबकि २,०१८ धावकों को मेडिकल सहायता लेनी पड़ी। इनमें पैरों में सूजन, डिहाइड्रेशन और छोटी-मोटी चोटें शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों में से एक को हृदय संबंधी समस्या हो गई। ऐसे में उसकी मुंबई अस्पताल में एंजियोप्लास्टी की गई।
उल्लेखनीय है कि मुंबई मैराथन हर साल जनवरी के तीसरे रविवार को आयोजित की जाती है। इस वर्ष की २०वीं मुंबई मैराथन में मुंबई और विदेश से आए नागरिकों, मशहूर हस्तियों, दिव्यांगों, युवाओं और बुजुर्गों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। दूसरी तरफ मुंबई मैराथन में भाग लेने वाले धावकों को समय पर चिकित्सा उपचार मुहैया कराने के लिए एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट ने डॉक्टरों, नर्सों, फिजियोथेरेपिस्टों और सहायक कर्मचारियों सहित ६०० स्वयंसेवकों का एक दल तैयार किया था। वहीं इस साल मुंबई मैराथन में लगभग ६२,००० धावकों ने भाग लिया। इनमें से २,०१८ को चिकित्सकीय आवश्यकता पड़ी, जबकि २७ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
१६ को मिली अस्पताल से छुट्टी
जिन धावकों को चिकित्सा की आवश्यकता पड़ी, उनमें से ५५ प्रतिशत पैरों में ऐंठन, डिहाइड्रेशन और मामूली चोटों से पीड़ित थे। डॉ. संतोष कुमार डोरा के अनुसार, अस्पताल में भर्ती २७ लोग हृदयाघात, रक्तस्राव, गंभीर डिहाइड्रेशन और प्रैâक्चर से पीड़ित थे। मुंबई अस्पताल में १५, लीलावती में ५, पोद्दार में २, जसलोक में ३ और जी.टी. और सैफी अस्पताल में एक-एक मरीज भर्ती कराए गए। डॉ. डोरा ने बताया कि इनमें से १६ का इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी गई है, जबकि शेष सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
दौड़ते समय डिहाइड्रेशन से गिरे
मुंबई अस्पताल प्रशासन के मुताबिक भर्ती दो मरीज गंभीर डिहाइड्रेशन से पीड़ित थे और दौड़ते समय गिरकर घायल हो गए। उनका गहन चिकित्सा इकाई में इलाज किया जा रहा है। साथ ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। इसी तरह एक ४८ वर्षीय व्यक्ति को मैराथन में दौड़ते समय अचानक सीने में दर्द होने के बाद मुंबई अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उसकी तत्काल एंजियोप्लास्टी की। इसी तरह जीटी अस्पताल में भर्ती मरीज डिहाइड्रेशन से पीड़ित था। मरीज का इलाज किया गया है और उसकी हालत स्थिर है।