सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है। भूम-परंडा विधानसभा क्षेत्र केकड़ाफेम में महायुति के उम्मीदवार निवर्तमान विधायक तानाजी सावंत के प्रचार के लिए कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सभा का आयोजन किया गया था। हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री की लाडली बहनें सभा से साफ तौर पर मुंह मोड़ती हुई नजर आईं। ऐसे में सभा स्थल भी खाली ही नजर आया। उल्लेखनीय है परंडा विधानसभा क्षेत्र में तानाजी सावंत के खिलाफ महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार राहुल मोरे खड़े हैं। कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा यहां तहसील कार्यालय मैदान में तानाजी सावंत के प्रचार के लिए एक सभा का आयोजन किया गया था। हालांकि, शिंदे का भाषण शुरू होने के बाद भी मैदान पूरा नहीं भरा था। इस दौरान महिलाओं की संख्या भी काफी कम नजर आई। इससे साफ हो गया है कि भले ही लाडली बहनों का वोट खरीदने के लिए १५०० रुपए दिया गया हो, लेकिन राज्य की बहनें भी इस सरकार से तंग आ चुकी हैं। इसीलिए वे मुख्यमंत्री समेत महायुति के प्रत्याशियों से मुंह मोड़ती हुई दिखाई दे रहीr हैं। साथ ही इससे यह भी पता चलता है कि बहनों का अपने इन भाइयों से भरोसा उठ गया है।
तानाजी सावंत के पैरों तले खिसकी जमीन
लोकसभा चुनाव में सांसद ओमराज को भूम-परंडा सीट पर ८१ हजार वोट मिले थे। इससे तानाजी सावंत के पैरों तले जमीन खिसक गई। महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार राहुल मोटे के प्रचार अभियान को क्षेत्र में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। इसलिए विधायक तानाजी सावंत, जो कभी भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं घूमते हैं, अब वे वहां डेरा डाले हुए हैं।