• गहराने लगा है भिवंडी कांड का खतरा
• किसकी मिलीभगत से हो रहा है अवैध निर्माण?
सामना संवाददाता / ठाणे
अवैध इमारतों का निर्माण मनपा अधिकारियों की मिलीभगत से ही होता है। ऐसी ही ठाणे में `मौत की इमारतें’ बन रही हैं। बता दें कि ४ महीनों में ८ मंजिला बिल्डिंग्स बन रही हैं। इससे यहां के निवासियों में भिवंडी कांड का खतरा गहराने लगा है। गौरतलब है कि हाल ही में भिवंडी में ४ मंजिला अवैध इमारत के ढहने से कुल ८ लोगों की मृत्यु हो गई थी। भिवंडी की कहानी ठाणे में न घटे, इसलिए ठाणे मनपा को आवश्यक कार्रवाई करने की आवश्यकता हैं लेकिन मनपा कुछ खास कार्रवाई करती नजर नहीं आ रही है। मनपा की इसी मनमानी की वजह से भविष्य में दुर्भाग्यवश घटना घट सकती है। कलवा में ८ मंजिला अवैध इमारत के केवल ४ महीने में बनकर तैयार होने का मामला देखने को मिला है।
बता दें कि कलवा वॉर्ड कमेटी में जयभारत मैदान से सटे आठ मंजिला अनधिकृत भवन महज चार माह में बनकर तैयार हो गया है। संबंधित विकासकर्ता इस स्थान पर भवन बनाने और लोगों को मकान बेचने में जल्दबाजी कर रहे हैं। पहले भी मनपा द्वारा इस भवन पर कार्रवाई करने के बाद सात दिनों के भीतर फिर से खड़ा कर दिया गया था। मनपा के अधिकारियों ने शुरू से ही इस भवन की ओर आंखें मूंद रखी हैं। कुछ दिन पहले भिवंडी में एक अनधिकृत इमारत गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई थी। भविष्य में यदि ऐसी कोई घटना घटती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? ऐसा बड़ा सवाल आ खड़ा हुआ है।
जल्द से जल्द बेचने का प्रयास!
ठाणे मनपा और विकासकर्ता की मिलीभगत से बनाई जा रही इमारत ७ मंजिला तक बनकर तैयार हो गई है। दबाव में आकर मनपा इस इमारत पर कार्रवाई न कर सके इसलिए इमारत के घरों को तेजी से बेचने का प्रयास किया जा रहा है।
कब होगी कार्रवाई?
आम लोगों द्वारा सवाल उठाया जा रहा है कि प्रशासन किसके दबाव में कार्रवाई नहीं कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि इस बिल्डिंग का निर्माण रेलवे साइट पर किया गया है। कलवा में यह इकलौती अनधिकृत इमारत नहीं है, बल्कि ऐसी कई इमारतें हैं, जो राजस्व विभाग साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आरक्षित भूमि पर खड़े हैं। ऐसे सभी भवनों पर कार्रवाई कब होगी? यह सवाल खड़ा हो गया है। इतने कम समय में भवन बनकर तैयार होने के बाद कलवा सचमुच नागरिकों की जान से खिलवाड़ कर रहा है और प्रशासन भिवंडी जैसी बड़ी आपदा के होने का इंतजार कर रहा है।