हजारों नागरिक खतरनाक स्थिति में
मरम्मत, पुनर्वसन के लिए हो तत्काल उपाय
सामना संवाददाता / मुंबई
मूसलाधार बारिश के कारण रायगढ़ के इर्शालगड के ठाकुरवाड़ी गांव में भूस्खलन की घटना घटी। ऐसी ही घटना मुंबई में होने का खतरा है। मुंबई के दिंडोशी, जोगेश्वरी और दक्षिणी मुंबई के पहाड़ी भागों की खतरनाक इमारतों में हजारों नागरिकों का जीवन खतरे में है। उनके पुनवर्सन और इमारतों की मरम्मत तत्काल कराओ, ऐसी जोरदार मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के मुख्य प्रतोद सुनील प्रभु, विधायक दल नेता अजय चौधरी और विधायक रविंद्र वायकर ने की। उन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र की खतरनाक बस्तियों के संदर्भ में सभागृह का ध्यान आकर्षित किया। सुनील प्रभु ने कहा कि दिंडोशी निर्वाचन क्षेत्र में भारी पैमाने पर पहाड़ी भाग होने से भूस्खलन की घटना होती रहती है, इसे रोकने के लिए ७२ स्थानों पर संरक्षण दीवार बनाई जानी चाहिए। परंतु इसके लिए निधि मांगने पर मिलती नहीं, ऐसा प्रभु ने कहा। जिला नियोजन या वित्त आयोग की ओर से इसके लिए निधि उपलब्ध कराकर दी जाए, ऐसी मांग प्रभु ने की।
रविंद्र वायकर ने बताया कि जोगेश्वरी की ईएमजीपी की १० इमारतें अत्यंत खतरनाक स्थिति में हैं। करीब एक हजार लोग जान खतरे में डालकर यहां रहते हैं। इस ओर सभागृह का ध्यान उन्होंने आकर्षित कराया। यहां के निवासियों को संक्रमण शिविर में रखकर इमारतों का पुनर्विकास किया जाए, ऐसी मांग पिछले १० वर्षों से की जा रही है। इन इमारतों का पुनर्विकास निजी विकासक नहीं कर सकता है इसलिए इसका पुनर्विकास म्हाडा के मार्फत कराने का निर्देश दिया जाए, ऐसी मांग वायकर ने की।
शिवसेना विधायक अजय चौधरी ने सभागृह में कहा कि दक्षिण मुंबई की उपकर प्राप्त इमारतों में रहनेवाले हजारों नागरिकों के सिर पर मौत की तलवार लटक रही है। यहां सौ से सवा सौ वर्षों से पुरानी इमारतों का मरम्मत कार्य निधि के अभाव में अटका हुआ है। बारिश में लीकेज न हो, इसलिए म्हाडा की ३८६ इमारतों में वॉटरप्रूफ केमिकल लगाए जाने के प्रस्ताव को म्हाडा के पास भेजा गया था। म्हाडा ने निधि न होने की बात कहते हुए प्रस्ताव को वापस भेज दिया है। इसे गंभीरता से लेते हुए इस संदर्भ में म्हाडा को निर्देश दिया जाए, ऐसी मांग चौधरी ने की। विधायकों की इस मांग को हमने संज्ञान में लिया है, इस संदर्भ में म्हाडा व संबंधित यंत्रणा को निर्देश दिया जाएगा, ऐसा आश्वासन उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सभागृह को दिया।
दोषियों पर दर्ज हो गैर-इरादतन हत्या का मामला
‘महाराष्ट्र भूषण’ पुरस्कार कार्यक्रम के दरम्यान खारघर में हुई दुर्घटना में १४ अनुयायियों की मौत का मामला कल विधानसभा में गूंजा। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक अजय चौधरी ने कार्यक्रम का नियोजन करनेवाली कंपनी पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की, इसी के साथ हर मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग उन्होंने की।
तारांकित प्रश्न के माध्यम से विधानसभा में शिवसेना विधायक सुनील प्रभु, जयंत पाटील, बालासाहेब थोरात आदि ने इस मुद्दे का उठाया था। क्या खारघर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में दोषियों को मंत्रियों का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन है? ऐसा सवाल भी अजय चौधरी ने किया। राकांपा विधायक जयंत पाटील ने कहा कि दुर्घटना की जांच करनेवाली समिति १५ दिनों के अंदर रिपोर्ट सभागृह में रखे, ऐसी चुनौती उन्होंने सरकार को दी। इस सवाल का जवाब सांस्कृतिक मंत्री दे रहे हैं। इसका मतलब अप्रत्यक्ष रूप से दोषियों को समर्थन देने जैसा है। इसका उत्तर गृहमंत्री दें, ऐसी मांग पाटील ने की।
विरोधी दलों द्वारा उपस्थित किए गए सवालों का जवाब देते हुए सांस्कृतिक मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के आरोप पर सभागृह में हंगामा मच गया। उनके आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस के बालासाहेब थोरात और मुनगंटीवार के बीच जमकर वाद-विवाद हुआ। सवालों का संतोषजनक जवाब न मिलने के कारण विरोधी दलों के सदस्य आक्रामक हो गए।