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करोड़ों रुपए की बर्बादी के बावजूद … परियोजना सिर्फ कागजों पर ही सिमटी!

-शौचालय मरम्मत के लिए भी हो रही सलाहकार की नियुक्ति
सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे मनपा में विभिन्न विभागों में विशेषज्ञ इंजीनियर कार्यरत हैं, लेकिन मनपा के माध्यम से शहर में विभिन्न कार्यों के लिए सलाहकार नियुक्त करने की प्रथा पिछले २० वर्षों से चली आ रही है। ऐसे कई उदाहरण हैं जहां सलाहकारों पर कई बार करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। विशेषज्ञ इंजीनियरों के होते हुए भी सलाहकारों की क्या आवश्यकता है? ऐसा सवाल भी समय-समय पर उठाया जाता है। पहले सलाहकारों को केवल बड़ी परियोजनाओं के लिए ही नियुक्त किया जाता था, लेकिन अब शौचालय मरम्मत सहित स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए भी सलाहकार को नियुक्त किया जा रहा है।
बता दें कि ठाणे मनपा में काम की अच्छी गुणवत्ता बनाए रखने, अच्छी गुणवत्ता वाले काम प्राप्त करने, परियोजना की लागत पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एक सलाहकार नियुक्त किया जाता है। लेकिन क्या वास्तव में सलाहकार अच्छा काम करता है? ऐसा सवाल अब खड़ा हो गया है। सलाहकार की सलाह से कुछ कार्यों की योजना बनाई गई, लेकिन उनमें से कुछ विफल भी हुई हैं, जबकि कुछ कार्य कागजों पर ही रह गए हैं। ऐसे में साफ है कि मनपा इन सलाहकारों पर हर साल करोड़ों रुपए बर्बाद कर रही है। शुरुआत में कुछ बड़ी परियोजनाओं के लिए सलाहकारों को नियुक्त किया गया था, लेकिन अब शौचालय मरम्मत के लिए भी सलाहकार को नियुक्त किया जा रहा हैं।
आज भी ठाणे मनपा में कुछ ऐसे इंजीनियर हैं जो पहले से ही अपनी अवधारणाओं से कई परियोजनाओं को साकार कर चुके हैं, लेकिन अब मनपा उन पर विश्वास किए बिना ही सलाहकार पर विश्वास कर रही हैं। सलाहकारों पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बजाय इन इंजीनियरों पर थोड़ा भरोसा करना चाहिए।

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