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डेवलपरों ने दिखाई प्रॉजेक्ट से बेरुखी, २४८ प्रोजेक्टस निलंबित, नहीं अपडेट किए फॉर्म २२४ प्रोजेक्ट्स रद्द, होने के कगार पर

सामना संवाददाता / मुंबई
फरवरी महीने में महारेरा के साथ रजिस्टर हुए ७०० हाउसिंग प्रोजेक्ट में से २४८ प्रोजेक्ट्स को महारेरा ने रजिस्ट्रेशन और त्रैमासिक जानकारी अपडेट न कर पाने की वजह से रद्द कर दिया है। इसके अलावा मार्च के ४४३ प्रोजेक्ट्स में से २२४ प्रोजेक्ट भी वैंâसल होने के कगार पर हैं। रियल एस्टेट अधिनियम के अनुसार, बिल्डरों को महारेरा की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है, जिसमें जनवरी-फरवरी-मार्च, अप्रैल-मई-जून, जुलाई-अगस्त-सितंबर और अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर की हर तिमाही में फ्लैटों की संख्या, पंजीकृत गैरेज, प्राप्त राशि, किए गए व्यय, भवन योजना में परिवर्तन (यदि कोई हो) आदि का विवरण देते हुए महारेरा की वेबसाइट पर फॉर्म १, २ और ३ जमा करना अनिवार्य है।
फरवरी में पंजीकृत परियोजनाओं को २० जुलाई से पहले और मार्च में पंजीकृत परियोजनाओं को २० अक्टूबर तक यह जानकारी अपडेट करनी थी, लेकिन फरवरी में रिपोर्ट किए गए ७०० प्रोजेक्ट में से ४८५ प्रोजेक्ट्स को धारा ७ के तहत परियोजना निलंबन नोटिस दिए जाने के बाद २३७ परियोजनाओं ने अपनी जानकारी अपडेट कर दी थी और महारेरा ने सभी नियामक प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद जानकारी अपडेट नहीं करनेवाली २४८ प्रोजेक्ट्स का पंजीकरण निलंबित कर दिया है।
महारेरा रजिस्ट्रेशन किया जाएगा निलंबित
महारेरा ने मार्च में ४४३ प्रोजेक्ट्स में से २२४ को जानकारी अपडेट नहीं करने पर धारा ७ के तहत परियोजना निलंबन नोटिस जारी किया था। यदि ये प्रोजेक्ट नोटिस प्राप्त होने के ३० दिनों के भीतर जानकारी अपडेट नहीं करते हैं तो उनका महारेरा पंजीकरण भी निलंबित कर दिया जाएगा। बता दें कि रजिस्ट्रेशन निलंबित किए जाने के बाद सभी प्रोजेक्ट्स के बैंक अकाउंट प्रâीज कर दिए जाते हैं। फ्लैटों के विज्ञापन, मार्वेâटिंग और बिक्री पर भी रोक लगा दी जाती है। महारेरा ने २३ जनवरी से शुरू होनेवाली पहली तिमाही से परियोजनाओं की त्रैमासिक वित्तीय प्रगति रिपोर्ट की निगरानी शुरू कर दी है। उसी के हिस्से के रूप में महारेरा ने जनवरी के बाद फरवरी और मार्च में पंजीकृत नियामक प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने वाले डेवलपर्स पर कार्रवाई जारी की है। यह रियल एस्टेट अधिनियम में एक कानूनी प्रावधान है, ताकि हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में निवेश करने वाले ग्राहक को प्रोजेक्ट्स के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध हो सके।

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