सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर में आई बाढ़ को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने ‘घाती’ सरकार की जमकर आलोचना की है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि लाखों वृक्षों को काटकर विकास नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बाढ़ प्रभावितों की मदद करें और खुद का भी ध्यान रखें।
आदित्य ठाकरे ने इस संबंध में ट्विटर पर ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने नागपुर में बाढ़ की स्थिति के लिए जिम्मेदार कारकों का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन है ही, लेकिन हमारे शहर कंक्रीट के होते जा रहे हैं और बिना सोचे-समझे किए गए ‘विकास’ के कारण पेश आने वाली ये समस्याएं हैं। इसके साथ ही उन्होंने ‘घाती’ सरकार पर निशाना साधते हुए पर्यावरण संरक्षण का भी सुझाव दिया है। ‘राजनीति नहीं, लेकिन नीति के तौर पर शाश्वत विकास की ही जरूरत है। उन्होंने जिक्र किया कि लाखों पेड़ काटने से कोई विकास नहीं होता।’
बता दें कि युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे पर्यावरण को लेकर हमेशा नए-नए सुझाव देते रहते हैं। पिछली महाविकास आघाड़ी सरकार में मंत्री रहते हुए उन्होंने पर्यावरण पर खूब जोर दिया था। मुंबई में कम क्षेत्र में घने वनीकरण की मियावाकी वन पद्धति को लागू कराया, जिसके कारण मुंबई के आस-पास चार लाख से अधिक नए वृक्ष लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त आदित्य ठाकरे ने पर्यावरण और वनीकरण में समृद्धि के लिए कई महत्वपूर्ण और सराहनीय काम किए हैं।