सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र भाजपा की राजनीति में अपने विरोधियों और वरिष्ठ भाजपाइयों को दरकिनार करनेवाले राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भाजपा आलाकमान ने दरकिनार करना शुरू कर दिया है। यानी फडणवीस की कटिंग शुरू कर दी है, जिसका जीता-जागता प्रमाण कल शिंदे गुट की ओर से विभिन्न अखबारों में प्रकाशित विज्ञापन में फडणवीस का फोटो न लगाना बताया जाता है। यह भाजपा आलाकमान के इशारे पर ही किया गया है, ऐसी भाजपाइयों में चर्चा है। इतना ही नहीं, शिंदे गुट के विज्ञापन में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की लोकप्रियता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बहुत कम बताई गई है, ताकि उनको राज्य की राजनीति से क्रमश: दरकिनार किया जा सके। बताया जाता है कि भाजपा आलाकमान ने फडणवीस के पर कतरने के लिए फडणवीस के विरोधी और नितिन गडकरी के समर्थक चंद्रशेखर बावनकुले को प्रदेश अध्यक्ष और आशीष शेलार को मुंबई अध्यक्ष बनाया है। उक्त दोनों अध्यक्ष फडणवीस के विरोधी बताए जाते हैं, इसके अलावा विनोद तावडे महाराष्ट्र की राजनीति में फडणवीस के पर कतरने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यही कारण है कि तावडे ने गत दिनों एकनाथ खडसे सहित भाजपा को छोड़कर गए अन्य वरिष्ठ भाजपाइयों को पुन: भाजपा में आने का आह्वान किया है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा आलाकमान ने फडणवीस को दरकिनार करना शुरू कर दिया है।
‘राज्य में देवेंद्र का नारा हुआ खारिज’
राकांपा के विधायक और पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने शिंदे गुट का विज्ञापन देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। छगन भुजबल ने कहा कि इस विज्ञापन में ‘राष्ट्र में मोदी और महाराष्ट्र में शिंदे’ ऐसा संदेश जारी किया गया है। इस हेडलाइन के जरिए शिंदे गुट ने भाजपा के ‘देश में नरेंद्र, राज्य में देवेंद्र’ के नारे को खारिज कर दिया है। पहले शिंदे के विज्ञापन में एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस दोनों हुआ करते थे। दोनों की एक साथ फोटो होती थी, लेकिन मैं इस विज्ञापन को देखकर हैरान रह गया। इस बार फडणवीस पूरी तरह से गायब हो गए। इस विज्ञापन की हेडलाइन ‘महाराष्ट्र में शिंदे और राष्ट्र में मोदी’ है, बीच से फडणवीस गायब हैं। विज्ञापन पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए छगन भुजबल ने कहा कि शिंदे कहते हैं कि ‘बालासाहेब की शिवसेना’ उनकी पार्टी है लेकिन विज्ञापन में बालासाहेब ठाकरे की कोई तस्वीर नहीं है। शिंदे, फडणवीस को तो भूल गए लेकिन बालासाहेब को नहीं भूलना चाहिए था।
चंद्रकांत पाटील के सामने ही शिंदे ने भाजपा को चिढ़ाया
समाचारपत्रों में विज्ञापन देने के कारण शिंदे गुट बनाम भाजपा की अनबन खुलकर सामने आई है। मुख्यमंत्री शिंदे ने एक बार फिर भाजपा को चिढ़ाया है। कोल्हापुर में आयोजित ‘शासन आपके द्वार’ कार्यक्रम में भाजपा के नेता, उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री चंद्रकांत पाटील के सामने ही एकनाथ शिंदे ने एक बार फिर मुख्यमंत्री के तौर पर मैं ही पसंद साबित हुआ हूं, ऐसा कहा। इसके तुरंत बाद उन्होंने सफाई देते हुए, इसमें अकेले मेरा श्रेय नहीं है, बल्कि उपमुख्यमंत्री फडणवीस का भी है, ऐसा कहने का प्रयास किया।
पोस्टरबाजी से फडणवीस नाराज! …कोल्हापुर का दौरा अचानक रद्द
गाजे-बाजे के साथ कल कोल्हापुर में आयोजित सरकार आपके द्वार (शासन आपल्या दारी) उपक्रम के ऐन मौके पर उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कन्नी काट ली। सिर्फ दो घंटे के इस कोल्हापुर के दौरे को देवेंद्र फडणवीस ने अचानक रद्द कर दिया।
मीडिया में शिंदे गुट की ओर से दिए गए विज्ञापन में फडणवीस की फोटो नदारद थी। उस पर फडणवीस की अपेक्षा शिंदे ही लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं, ऐसे एक सर्वेक्षण का उल्लेख विज्ञापन में किए जाने से भाजपा में असंतोष झलकने लगा है। इन्हीं सब के चलते फडणवीस ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ कल के दौरे को अचानक रद्द कर दिया, ऐसी चर्चा हर जगह हो रही है।
पिछले महीने से ही ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम की जिला प्रशासन की ओर से जोरदार तैयारियां शुरू थीं। दो बार इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया था। पिछले सप्ताह शहर में दंगा होने और तनावपूर्ण माहौल के कारण इस कार्यक्रम का आयोजन दो दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री अवकाश पर कश्मीर चले गए थे, इसके साथ ही बारिश की आशंका के बीच यह उपक्रम कल सुनिश्चित किया गया। मुख्यमंत्री सहित उपमुख्यमंत्री का दौरा भी सुनिश्चित किया गया, परंतु शिंदे गुट के विज्ञापन बाजी से शिंदे बनाम भाजपा में अनबन शुरू हो गई है।