श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद ने बैठक में लिया निर्णय तो कमिश्नर वाराणसी ने किया खारिज
उमेश गुप्ता/वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का स्पर्श दर्शन करने के लिए शुल्क जमा करना होगा। मंदिर प्रशासन अभी शुल्क तय कर रहा है। इसे 500 से 1,000 रुपए तक करने पर विचार किया जा रहा है। इसमें श्रद्धालु सीधे गर्भगृह तक पहुंचेगा और बाबा का दर्शन-स्पर्श कर सकेगा।
मंदिर प्रशासन के इस प्रस्ताव को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद हरी झंडी दे चुका है। इसके ट्रायल के दौरान श्रद्धालुओं से 500 रुपए लिए गए थे। माना जा रहा है नई व्यवस्था जल्द ही लागू कर दी जाएगी। अभी गर्भगृह में नि:शुल्क प्रवेश व बाबा के स्पर्श दर्शन की सुविधा सभी श्रद्धालुओं के लिए मंगला आरती के बाद भोर चार से सुबह पांच बजे तक और शाम चार से छह बजे तक है।
इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने तय समय से इतर अवधि में स्पर्श-दर्शन के लिए शुल्क का खाका खींच लिया। इससे पहले दिसंबर 2018 में मंदिर प्रशासन सुगम दर्शन व्यवस्था लागू कर चुका है। इसमें 300 रुपए का टिकट लेने पर श्रद्धालु बिना कतार में लगे सीधे गर्भगृह तक जाते हैं।
न्यास परिषद के इस निर्णय को लेकर सोमवार को काफी विरोध हुआ तो कमिश्नर कौशल राज शर्मा को आगे आना पड़ा।उन्होंने मीडिया से बातचीत कर स्पर्श दर्शन के लिए शुल्क दिए जाने की बात का खण्डन करते हुए बताया कि मंदिर न्यास परिषद की 104 वीं बैठक में स्पर्श दर्शन के शुल्क पर चर्चा हुई थी लेकिन फिलहाल इसे लागू करने का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है और ना ही ऐसी कोई व्यवस्था फिलहाल है।बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पर शुल्क की बात पूरी तरह गलत है।