मुख्यपृष्ठनए समाचारआरएसएस कार्यकर्ता की हत्या से सहमी धारावी...डर के साये में धारावीकर...अब तक...

आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या से सहमी धारावी…डर के साये में धारावीकर…अब तक चार गिरफ्तार…तीन फरार!

राजेश जायसवाल / मुंबई

धारावी के राजीव नगर में २६ वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता अरविंद वैश्य की इसी रविवार को सरेआम पुलिसकर्मियों के सामने ही कथित तौर पर तलवार से काटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की वारदात के बाद से पूरे इलाके में दहशत फैल गई, जिसके चलते पूरे धारावी इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त था। मंगलवार को अरविंद की अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में लोग सड़क पर उतर गए थे। इस दौरान पुलिस के हाथ-पांव फूल रहे थे।
हालांकि, पुलिस को पहले से अंदेशा था कि आरएसएस कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए सुबह से ही धारावी के चप्पे-चप्पे पर कई आला-अधिकारियों के साथ पुलिस की मुस्तैदी देखी जा रही थी, परन्तु इसके बावजूद अरविंद की अंतिम यात्रा के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने जान-बूझकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की। भीड़ से कुछ अराजकतत्वों ने अचानक पत्थर उठाए और अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर फेंकने शुरू कर दिए। इसके बाद हिंदू संगठनों ने गुस्से में जमकर नारेबाजी की और पुलिस स्टेशन के सामने ही हनुमान चालीसा का पाठ चालू कर दिया। हालांकि, पुलिस ने तुरंत भीड़ को काबू करते हुए एक शख्स को हिरासत में ले लिया और किसी तरह से मामला शांत करा दिया।
इस मामले में परिमंडल-५ के पुलिस उपायुक्त तेजस्वी सातपुते ने बताया कि रविवार को धारावी में हुई हत्या की घटना के सिलसिले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था और रविवार को दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, धारावी में अल्लू, आरिफ, शुभम और शेरअली नाम के आरोपियों की सिद्धेश नाम के शख्स से किसी बात पर कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद अल्लू और उसके साथियों ने सिद्धेश और उनके पिता पर हमला कर दिया। अरविंद वैश्य इस हमले में मामला शांत कराने पुलिस के पास पहुंचे थे, लेकिन आरोपियों ने अरविंद पर ही हमला कर दिया। इसके बाद पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की गई। पुलिस ने दो सिपाहियों को अरविंद के साथ मौके पर शिनाख्ती के लिए भेजा। उस वक्त सद्दाम और जुम्मन ने उससे केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया।
जब अरविंद ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो उनमें से अल्लू नाम के आरोपी ने अरविंद को सिपाहियों के सामने ही अचानक से तलवार घोंप दी, जिससे अरविंद जख्मी हो गया। उसे गंभीर हालत में सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं हमलावर अल्लू को पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन उसके बाकी साथी फरार हो गए। हत्या के बाद हिंदू संगठन काफी नाराज हैं। विश्व हिंदू परिषद के राजीव चौबे ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद वैश्य हिंदू था। वह आरएसएस से जुड़ा था। इसलिए उसकी पुलिस के सामने निर्मम तरीके से हत्या कर दी। इससे अधिक दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है। अरविंद की गलती थी कि वह पुलिस स्टेशन में आकर पुलिस से मदद मांगी थी। सरकार हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे। महाराष्ट्र सरकार से हमारी मांग है कि मारे गए वैश्य परिवार को मुआवजा दिया जाए और अरविंद की हत्या में कुल सात हमलावर शामिल थे। पुलिस फरार आरोपियों को गिरफ्तार करे और मामले की जांच कर दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

अन्य समाचार

आया वसंत